राज्य में बनेंगे चार आयुष अस्पताल, अमरावती-नंदूरबार में शुरु होगी ‘ब्लड ऑन कॉल’ योजना 

Four AYUSH hospitals will be establish in state, Blood On Call Scheme Will Begin Soon
राज्य में बनेंगे चार आयुष अस्पताल, अमरावती-नंदूरबार में शुरु होगी ‘ब्लड ऑन कॉल’ योजना 
राज्य में बनेंगे चार आयुष अस्पताल, अमरावती-नंदूरबार में शुरु होगी ‘ब्लड ऑन कॉल’ योजना 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अहमदनगर, नंदूरबार, पुणे और सिंधुदुर्ग जिल में 30 बेड का आयुष अस्पताल बनाया जाएगा। राष्ट्रीय आयुष मिशन कार्यक्रम के तहत चारों अस्पताल का निर्माण कार्य होगा। प्रति अस्पताल के निर्माण कार्य पर 8 करोड़ 99 लाख रुपए खर्च होंगे। हर अस्पताल के लिए 1 करोड़ रुपए की निधि उपलब्ध कराई गई है। सरकार ने अस्पताल बनाने के लिए प्रशासकीय खर्च को मंजूरी प्रदान की है। सोमवार को सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया। इसके अनुसार चारों अस्पतालों के निर्माण कार्य के लिए संबंधित नगर पालिका और महानगर पालिका से आवश्यक सभी मंजूरी लेनी होगी। चारों अस्पतालों का निर्माण कार्य टेंडर प्रक्रिया से होगा। अस्पताल बनाने के लिए सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। मुंबई के राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के माध्यम से आयुष अस्पताल का निर्माण कार्य किया जाएगा। इससे पहले सन 2017-18 वर्ष के अंतर्गत प्रदेश वार्षिक कृति प्रारूप केंद्र सरकार ने अस्पतालों के निर्माण को मंजूरी दी थी। 

अमरावती, नंदूरबार में शुरु होगी ‘ब्लड ऑन कॉल’ योजना 
अमरावती व नंदूरबार जिले के तहसीलों और पालघर जिले में ‘ब्लड ऑन कॉल’ योजना शुरू होगी। अमरावती के धारणी तहसील और चुर्णी क्षेत्र, नंदूरबार के धडगांव, अक्कलकुवा तहसील और पालघर के डहाणू व जव्हार तहसील में यह सेवा शुरू की जाएगी। सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री दीपक सावंत ने विशेष मामले के रूप में यह फैसला किया। इस योजना के जरिए आदिवासी इलाकों में माता मृत्यु कम करने और समय पर रक्त उपलब्ध कराने में मदद मिल सकेगी। प्रदेश में ‘जीवन अमृत सेवा’ (ब्लड ऑन कॉल) योजना जिला स्तर पर शुरू की गई है। लेकिन आदिवासी और दुर्गम इलाकों की जरूरत के अनुसार अमरावती, पालघर और नंदूरबार जिले की तहसीलों में यह योजना शुरू करने की मंजूरी दी है। 

रक्त संकलन में महाराष्ट्र सबसे आगे
स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने बताया कि 16 लाख 2 हजार 690 रक्त थैलियों का संकलन कर महाराष्ट्र देश भर में अग्रणी है। जनसंख्या के लिहाज से एक प्रतिशत रक्त उपलब्ध होना जरूरी है। राज्य में रक्त संकलन जनसंख्या के मापदंड के हिसाब से अधिक है।  

नागपुर,वर्धा, बुलढाणा जिला सहकारी बैंकों के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरु
इसके अलावा अनियमितताओं की वजह से कंगाल हुई बुलढाणा, वर्धा व नागपुर जिला सहकारी बैंक को राज्य सहकारी बैंक ने अपने कब्जे में लेने के लिए प्रक्रिया शुरु कर दी है। सहकारी विभाग के सूत्रों के अनुसार जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी होने वाली है। इन बैंकों का कई विधायकों पर करोड़ो रुपए बकाया है। कांग्रेस विधायक राहुल बोंद्रे ने बुलढाणा जिला सहकारी बैंक से 42 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है। राकांपा विधायक सुरेश देशमुख पर भी करीब 100 करोड़ रुपए बकाया है। सहकार विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इन तीनों बैकों का अधिग्रहण कर इन्हें पुनरजीवित किया जाएगा। निधि के अभाव में ये बैंक किसानों को कर्ज उपलब्ध नहीं करा सके। इस लिए इन बैंकों को फिर से सुचारु रुप से चलाने के लिए इनका अधिग्रहण जरुरी है।   

Created On :   17 Dec 2018 9:44 PM IST

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