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बहुमत जुटाने भाजपा के इस खास ऑपरेशन में जुटे हैं पार्टी के चार विधायक, पवार का व्हीप बनेगा आधार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा के विधायक व उपमुख्यमंत्री अजित पवार को तोड़कर प्रदेश में नई सरकार बनाने वाली भाजपा अब विधानसभा में बहुमत जुटाने की कोशिश में जुट गई है। भाजपा की नजर दूसरे दलों के विधायकों पर है। इसके लिए भाजपा ने विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए महाराष्ट्र में ऑपरेशन देवेंद्र और ऑपरेशन अजित पवार शुरू किया है। भाजपा के ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए पार्टी के चार विधायक लगे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार बहुमत जुटाने के लिए भाजपा ने दूसरे दलों के विधायकों को तोड़ने की जिम्मेदारी पार्टी के विधायक संजय कुटे, गिरीष महाजन, राधाकृष्ण विखे पाटील और गणेश नाईक सहित कई वरिष्ठ नेताओं को दी है।
भाजपा के विधायक आशीष शेलार ने कहा कि महाराष्ट्र में ऑपरेशन देवेंद्र और ऑपरेशन अजित पवार चल रहा है। विधानसभा में नई सरकार के विश्वास मत के समय भाजपा सदन के पटल पर बहुमत हासिल करेगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शपथ के बाद रविवार को मुंबई भाजपा के कार्यालय वसंत स्मृति में भाजपा के विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री फडणवीस, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बैठक में फडणवीस सरकार के विश्वास मत प्रस्ताव पर जीत हासिल करने की रणनीति पर चर्चा हुई। भाजपा विधायक शेलार ने बताया कि विधायक दल की बैठक में विधानसभा में विश्वास मत जीतने को लेकर रणनीति बनाई गई। उन्होंने कहा कि भाजपा सदन में विश्वास मत हासिल कर लेगी।
शेलार ने कहा कि भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के अभिनंदन का प्रस्ताव मंजूर किया गया। शेलार ने कहा कि प्रस्ताव में कहा गया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना महायुति को स्पष्ट जनादेश मिला था। महायुति के पास 180 विधायक थे। इसके बावजूद शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया। शिवसेना ने अपने हिंदुत्व की विचारधारा की तिलांजली दी है। शेलार ने दावा किया कि फडणवीस और अजित के शपथ लेने के बाद पूरे महाराष्ट्र में विश्वास के वातावरण का निर्माण हुआ है।
शेलार ने कहा कि भाजपा के विधायकों को किसी होटल में रखने की जरूरत नहीं हैं। भाजपा के विधायकों का पार्टी के नेतृत्व पर विश्वास है और पार्टी नेतृत्व का भाजपा के विधायकों पर विश्वास है। शेलार ने बताया कि भाजपा विधायक दल की बैठक में पार्टी के 105 में से 6 विधायक मौजूद नहीं थे। सभी विधायकों ने बैठक में शामिल नहीं होने का कारण पार्टी को बता दिया है। शेलार ने बताया कि भाजपा को समर्थन देने वाले विधायकों की स्वतंत्र बैठक बुलाई गई है।
अजित पवार के व्हीप को भाजपा बनाएगी आधार
राकांपा ने पार्टी से बगावत करने पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार को विधानसभा में विधायक दल नेता पद से हटाकर जयंत पाटील को यह जिम्मेदारी दी है। लेकिन भाजपा अब भी अजित पवार को ही विधायक दल का नेता बता रही है। रविवार को भाजपा के विधायक आशीष शेलार ने कहा कि विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव के लिए विधायक दल नेता के रूप में अजित पवार की ओर जारी किया जाने वाला व्हीप ही लागू होगा। शेलार ने कहा कि शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में तीनों दलों को मुंह की खानी पड़ी। शेलार ने कहा कि हम कह रहे हैं कि राकांपा के विधायक दल के नेता अजित पवार ही हैं। शीर्ष अदालत ने भी अजित पवार के विधायक दल नेता के चयन को नकार नहीं है। इसका मतलब है कि अजित पवार का व्हीप लागू माना जाएगा। शेलार ने कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अब ट्वीट भी किया है। इसका मतलब अब राकांपा को समझ लेना चाहिए। राकांपा के विधायकों को बोध लेना चाहिए। वहीं महाराष्ट्र विधानमंडल के पूर्व प्रधान सचिव अनंत कलसे ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि राकांपा के विधायकों ने मिलकर अजित पवार को विधायक दल का नेता चुना है। इसलिए विधायकों को अपने विधायक दल नेता को पद से हटाने का अधिकार है। इसलिए सदन में विश्वास मत प्रस्ताव के समय राकांपा के नए विधायक दल नेता पाटील का व्हीप ही वैध माना जाएगा।
जयंत पाटील ने राज्यपाल को दिया पत्र
राकांपा के नए विधायक दल नेता पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक पत्र सौंपा है। इसमें राकांपा के नए विधायक दल नेता चुने जाने की जानकारी दी गई है। पाटील ने बताया कि राज्यपाल को दी गई सूची में विधायकों के हस्ताक्षर भी हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों की सूची में उपमुख्यमंत्री अजित पवार का नाम भी शामिल है लेकिन उनके नाम के आगे हस्ताक्षर नहीं है।
Created On :   24 Nov 2019 7:06 PM IST