गजटेड अधिकारी आक्रमक - प्रलंबित मांगों को लेकर आरंभ की अनिश्चितकालीन हड़ताल
डिजिटल डेस्क, अकोला. राज्य सरकार के राजस्व विभाग के राजपत्रित अधिकारी तहसीलदार, नायब तहसीलदार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे आम जनता की मुश्किलें बढ़ गई है। इन राजपत्रित अधिकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना देकर हड़ताल आरंभ की है। महाराष्ट्र सरकार के लाखों कर्मचारियों ने हाल ही में पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग को लेकर सात दिन की हड़ताल की थी।
अब जिले के सभी तहसीलों के तहसीलदार, नायब तहसीलदार प्रलंबित मांगों को लेकर सोमवार (3 अप्रैल) से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। दरअसल हड़ताल पर गए तहसीलदारों की मांग है कि उन्हें उनके मौजूदा ग्रेड-पे के मुताबिक वेतन व अन्य भत्ते दिए जाए। उनकी यह मांग दो दशक से अधिक समय से लंबित है। राज्य में नायब तहसीलदार का पद क्लास-2 का है, लेकिन इस पद पर कार्यरत तहसीलदारों को अन्य विभागों में द्वितीय श्रेणी (क्लास-2) के उनके समकक्षों की तुलना में कम वेतन दिया जा रहा है। इसलिए वे नियम के तहत अपने ग्रेड पे 4300 रुपये से बढ़ाकर 4800 रुपये करने की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि 13 अक्टूबर 1998 को राज्य सरकार ने नायब तहसीलदार संवर्ग का पद क्लास-3 से बढ़ाकर क्लास-2 में कर दिया था। लेकिन वेतन नहीं बढ़ाया गया। पिछले 25 वर्षों से राज्य में नायब तहसीलदार क्लास-2 के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें ग्रेड-3 का वेतन मिल रहा हैं। इसलिए, महाराष्ट्र राज्य तहसीलदार और नायब तहसीलदार एसोसिएशन ने मांग की है कि नायब तहसीलदारों के ग्रेड वेतन को अन्य विभागों में द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों जितना बढ़ाया जाना चाहिए।
इस अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण आज मुख्यालय, तहसीलों के तहसील कार्यालयों में अव्यवस्था देखने को मिल रही है। इस आंदोलन से राजस्व विभाग में सरकारी कामकाज चरमरा गया है। काम अटकने से आम नागरिक, किसान और छात्र प्रभावित हो रहे है।
आंदोलन में यह शामिल
आंदोलन में महाराष्ट्र राज्य तहसीलदार, नायब तहसीलदार संगठन अकोला जिला शाखा के अध्यक्ष सुनील पाटिल, सचिव अतु सोनवणे, एहसानोद्दीन सैय्यद, प्रा संजय खड़से, डा रामेश्वर पुरी, विश्वनाथ घुगे, सदाशिव शेलार, बबा गाढवे, संतोष शिंदे, महेंद्र आत्राम सहित जिले के लगभग सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजपत्रित अधिकारी शामिल हुए।
Created On :   4 April 2023 5:40 PM IST