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दरेकर बोले - अहंकारवश मुंबई बैंक की जांच करा रही सरकार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार का अहंकार जागने के कारण मुंबई जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक (मुंबई बैंक) के जांच के आदेश दिए गए हैं। विधान परिषद में विपक्ष के नेता तथा मुंबई बैंक के अध्यक्ष प्रवीण दरेकर ने सरकार पर यह आरोप लगाया है। गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में दरेकर ने कहा कि सरकार पर्दे के पीछे से मेरा मुंहबंद करना चाहती है, लेकिन मैं सरकार के खिलाफ आवाज उठाता रहूंगा। उन्होंने कहा कि सरकार के सहकारिता विभाग ने जिन छह बिन्दुओं पर मुंबई बैंक की जांच के आदेश दिए हैं, उसमें कोई तथ्य नहीं है। दरेकर ने कहा कि सरकार के चीनी मिलों को बैंक गारंटी देने के फैसले के बाद मुंबई बैंक ने सरकार से चीनी मिलों को दिए गए 116 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी की राशि मांगी थी। इससे सरकार का अहंकार जाग गया। सरकार को लगा कि मुंबई बैंक हमको चुनौती दे रही है। इसलिए सहकारिता विभाग ने मुंबई बैंक की छह बिन्दुओं पर जांच के लिए नोटिस भेजा है। दरेकर ने कहा कि सरकार ने मुंबई बैंक की ओर से कारखानों और कॉर्पोरेट को दिए गए कर्ज की जांच करने की बात कही है। मुंबई बैंक को जांच से कोई आपत्ति नहीं है। क्योंकि कारखानों और कॉर्पोरेट को कर्ज देने से मुंबई बैंक को 125 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है।
दरेकर ने कहा कि मुंबई बैंक में पांच सालों में कोर बैंकिंग सोल्यूशन (सीबीएस) प्रणाली को लागू ही नहीं किया गया है। इसलिए सरकार इस बिन्दु पर भी जांच कर सकती है। दरेकर ने कहा कि इमारत के पुनर्विकास के लिए शुरू किए गए मुंबई बैंक के सेल्फ डेवलपमेंट योजना को लेकर नाबार्ड ने आपत्ति जताई थी लेकिन मैंने नाबार्ड के अफसरों से मिलकर योजना की जानकारी दी। इससे वे मेरे जवाब से संतुष्ट हो गए हैं। दरेकर ने कहा कि मुंबई बैंक अब तक घाटे में थी, लेकिन 30 सितंबर को मुनाफे में आ चुकी है। दरेकर ने कहा कि मुंबई बैंक की पहले जांच हो चुकी है, जिसमें बैंक को क्लीन चिट मिल चुकी है।
Created On :   1 Oct 2020 8:26 PM IST