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वायु प्रदूषण बढ़ने पर सरकार नागरिकों के लिए जारी करें स्वास्थ्य अलर्ट
डिजिटल डेस्क, मुंबई। वायु प्रदूषण बढ़ने पर मुंबई समेत राज्य के दूसरे हिस्सों में सरकार को स्वास्थ्य चेतावनी (अलर्ट) जारी करना जाहिए जिससे नागरिक एहतियाती कदम उठा सकें। पर्यावरण कार्यकर्ता और आवाज फाउंडेशन की संस्थापक सुमैरा अब्दुलअली ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे को पत्र लिखकर यह मांग की है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक से ऊपर जाने पर अगर सरकार नागरिकों के लिए स्वास्थ्य अलर्ट जारी करेगी तो वरिष्ठ नागरिक, गर्भवती महिलाएं, बच्चे और श्वसन संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोग इससे बचाव के उपाय कर सकेंगे जिन्हें प्रदूषित हवा ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। सुमैरा ने कहा कि साल 2015 में जबसे वायु गुणवक्ता की जांच शुरू हुई पिछले दो सप्ताह में देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की वायु की गुणवक्ता सबसे खराब दर्ज की गई। 24-25 जनवरी को तो एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 500 के पार पहुंच गई। इसके बाद फरवरी के पहले सप्ताह में भी एक्यूआई का स्तर 300 के पार पहुंच गया। ऐसा मध्य पूर्व, पाकिस्तान, अफगानिस्तान से आए धूल के तूफान के चलते हुआ। उत्तर पश्चिम महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में इस धूल भरी आंधी के चलते हवा की गुणवक्ता बेहद खराब हो गई। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि सर्दियों में ही नहीं पूरा साल महानगर की वायु की गुणवत्ता खराब रहती है। मुंबई महानगर पालिका ने अपने बजट में 128 सेंसर लगाने का ऐलान किया है जिससे हर 4 किलोमीटर पर वायु की गुणवत्ता की जांच की जा सके। इससे अब वायु की गुणवत्ता की जांच और आसान हो गई है इसलिए सरकार को लोगों को भी इससे आगाह करने के लिए कदम उठाना चाहिए। आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में 30.5 फीसदी वायु प्रदूषण वाहनों के चलते, 18 फीसदी उद्योगों, बिजली घरों के चलते और 15-15 फीसदी आग जलाने और तेज हवा के चलते होता है। पूरी दुनिया में हवा की गुणवत्ता खराब होने पर सरकारें स्वास्थ्य चेतावनी जारी करती हैं जिससे लोग सैर करने, साइकिलिंग और खुले में व्यायाम आदि से दूर रहें।
4 साल घट गई राज्य के लोगों की आयु
सुमैरा ने कहा कि वायुप्रदूषण के दुष्परिणाम किसी से छिपे नहीं हैं। इसका बुरा असर श्वसन तंत्र के साथ दिमाग और प्रजनन तंत्र पर भी होता है। उन्होंने कहा कि हवा में 2.5 पार्टिकुलेट मैटर की अधिकता से कोरोना संक्रमण के चलते मौत का खतरा बढ़ जाता है। हवा में 2.5 की अधिकता से महाराष्ट्र में लोगों की आयु 4 साल जबकि मुंबई में 3.7 साल कम हुई है। इसलिए सरकार को लोगों को स्वास्थ्य अलर्ट जारी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि फिलहाल दूसरे माध्यमों से इसकी जानकारी हासिल की जा सकती है लेकिन लोगों को प्रशासन और सरकार पर ज्यादा भरोसा होता है। इसलिए सरकार को स्वास्थ्य अलर्ट जारी करने को लेकर पहल करनी चाहिए।
Created On :   13 Feb 2022 8:23 PM IST