अर्नब के लिए राज्यपाल ने गृहमंत्री को किया फोन, देशमुख ने कहा - कोरोना के कारण जेल में मुलाकात पर रोक

Governor talk with home minister Deshmukh on phone for Arnab case
अर्नब के लिए राज्यपाल ने गृहमंत्री को किया फोन, देशमुख ने कहा - कोरोना के कारण जेल में मुलाकात पर रोक
अर्नब के लिए राज्यपाल ने गृहमंत्री को किया फोन, देशमुख ने कहा - कोरोना के कारण जेल में मुलाकात पर रोक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुझे फोन कर अर्नब के परिजनों से उनसे जेल में मुलाकात की अनुमति दिए जाने की बात कही है, लेकिन कोरोना के चलते गत चार महीनों से जेल में मुलाकात बंद है। देशमुख ने कहा कि अर्नब के परिजन उनसे प्रत्यक्ष भेंट नहीं कर सकते, वे केवल उनसे फोन पर बात कर सकते हैं। गृहमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए गत चार महिनों से किसी कैदी को उनके परिजन से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। इसलिए कैदियों के रिश्तेदार उनसे मिलने जेल भी नहीं आते। जेल प्रशासन की अनुमति से वे फोन पर अपने परिजनों से बात कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल यह मामला न्यायालय में है। इस लिए इस बारे में मैं ज्यादा बात नहीं करुंगा।  

राज्यपाल ने गृहमंत्री देशमुख को किया फोन

अर्णब गोस्वामी की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चिंता प्रकट की है। राज्यपाल ने इसको लेकर सोमवार को गृहमंत्री अनिल देशमुख से फोन पर बात की। हालांकि सत्तापक्ष को राज्यपाल का यह कदम रास नहीं आया और इसकी आलोचना की है। राजभवन की ओर से सोमवार को जारी बयान के अनुसार कोश्यारी ने गृहमंत्री से गोस्वामी के परिवार को उनसे मिलने एवं बात करने की अनुमति देने के लिए कहा है। बयान के मुताबिक जिस तरीके से गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया, उसे लेकर राज्यपाल ने देशमुख के सामने पहले भी अपनी चिंता रखी थी।

गोस्वामी और दो अन्य आरोपियों फिरोज शेख और नीती शसारदा को आर्किटेक्ट अन्वय नाईक एवं उनकी मां को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में चार नवंबर को रायगढ़ जिले की अलीबाग पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन दोनों मां-बेटे ने आरोपियों की कंपनियों द्वारा कथित रूप से भुगतान नहीं किए जाने को लेकर 2018 में आत्महत्या कर ली थी।

यहां गोस्वामी को उनके आवास से गिरफ्तार करने के बाद अलीबाग ले जाया गया था। जहां मुख्यन्यायिक मजिस्ट्रेट ने उन्हें एवं दो अन्य को18 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। उन्हें न्यायिक हिरासत में कथित रूप से मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए पाए जाने पर रविवार को रायगढ़ की तलोजा जेल ले जाया गया था। 

NCP कहा - पीड़ित परिवार के प्रति भी दिखाते सहानुभूति

गोस्वामी को लेकर राज्यपाल के चिंचा जताने के बाद राकांपा प्रवक्ता व राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि अच्छा होता कि राज्यपाल नाईक परिवार के प्रति सहानुभूति दिखाते। मलिक ने कहा कि इस तरह एक आरोपी का पक्ष लेना ठीक नहीं है। दूसरी तरफ विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अर्नब के साथ जिस तरह के व्यवहार किया जा रहा है, उसे देखते हुए अदालत को इसमे हस्तक्षेप करना चाहिए।

 

Created On :   9 Nov 2020 8:03 PM IST

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