समुद्र की गंदगी को लेकर हाईकोर्ट है चिंतित

High Court is concerned about the waste in the sea
समुद्र की गंदगी को लेकर हाईकोर्ट है चिंतित
समुद्र की गंदगी को लेकर हाईकोर्ट है चिंतित

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बांबे हाईकोर्ट ने ताउते तूफान के बाद राज्य के समुद्री तटों पर बाहर आयी गंदगी को लेकर चिंता जाहिर की है। कोर्ट ने कहा है कि समुद्र में फेंकी जानेवाली गंदी चीजे न सिर्फ समुद्री जीवों के लिए घातक है बल्कि यह समुद्री किनारों को भी नुकसान पहुंचाती है। मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता व न्यायमूर्ति गिरीष कुलकर्णी की खंडपीठ ने कहा कि हमे इसका आभास है कि इस समय पर राज्य सरकार पर कोरोना की स्थिति को नियंत्रण करने का दबाव है लेकिन समुद्र में गंदगी का मामला भी काफी गंभीर विषय है। खंडपीठ ने कहा कि हमने मीडिया में कई ऐसी रिपोर्ट देखी है जिसमें खास तौर से ताउते तूफान के बाद राज्य के विभिन्न सुमद्री किनारों पर इकट्ठा हुई भारी गंदगी का उल्लेख किया गया है। यह खबरे समुद्री किनारो की स्वच्छता की खराब तस्वीर को पेश करती हैं। इस तरह से समुद्र में गंदगी डालने से सबसे ज्यादा समुद्री जीवों के जीवन पर असर पड़ता है। यह स्थिति मुंबई के मरिन ड्राइव से लेकर राज्य के अन्य समुद्री तटो पर बनी हुई है। इसलिए हम इस मामले का स्वतः संज्ञान लेना चाहते है। इस पर राज्य के महाधिक्ता ने कहा कि उन्हें समुद्र तट की गंदगी को लेकर आयी रिपोर्ट का अध्ययन करने के लिए समय दिया जाए। इसके बाद खंडपीठ ने याचिका पर सुनवाई दो जुलाई 2021 तक के लिए स्थगित कर दी। 
 

Created On :   30 Jun 2021 3:06 PM GMT

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