मुंबई में होटल व्यवसायी ने खुद को मारी गोली

Hotel businessman shot himself suicide
मुंबई में होटल व्यवसायी ने खुद को मारी गोली
मुंबई में होटल व्यवसायी ने खुद को मारी गोली

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर के मुलुंड इलाके में एक होटल व्यवसायी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाले व्यापारी का नाम सतनाम सिंह बोपाराई (54) है। मुलुंड पुलिस ने एडीआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

पुलिस के मुताबिक वसंत गार्डन परिसर के विलोज टॉवर में रहने वाले बोपाराई ने रात साढ़े 12 बजे के करीब अपने बेडरूम में खुद की लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारी। घर पर मौजूद परिवार से लोग उन्हें तुरंत फोर्टिस अस्पताल ले गए लेकिन दाखिल करने से पहले ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बोपाराई भांडूप इलाके में स्थित शेरा होटल और बोपाराइज मार्शल सिक्योरिटीज के व्यवस्थापकीय संचालक हैं। अंदाजा लगाया जा रहा कि निराशा में उन्होंने यह कदम उठाया है। बोपाराई व्यावसायिक घाटे से जूझ रहे थे। इसके अलावा शराब की लत के चलते उनका लिवर भी खराब हो गया था। बोपाराई का शव पोस्टमार्टम के लिए राजावाडी अस्पताल में भेजा गया है। पुलिस ने घटनास्थल से एक रिवाल्वर, पांच जिंदा कारतूस जब्त किया है। मामले की छानबीन जारी है।

दोहरे हत्याकांड के प्रमुख गवाह का मिला शव

दूसरे मामले में अंधेरी के एमआईडीसी इलाके में एक शख्स की हत्या का मामला सामने आया है। जिस युवक की हत्या की गई वह साल 2011 में अंबोली इलाके में हुए एक चर्चित दोहरे हत्याकांड का प्रमुख गवाह था। मामले में पुलिस को दो आरोपियों की तलाश है जो मृतक के ही दोस्त बताए जा रहे हैं। जिस शख्स की हत्या हुई है उसका नाम अविनाश सोलंकी उर्फ बाली (38) है। बाली का शव महाकाली गुफा मार्ग पर स्थित अपोलो इंडस्ट्रियल इस्टेट के एक गाले में मिला। बाली पुलिस का खबरी भी था। बाली के सिर, पेट और गुप्तांगों पर धारदार या भारी हथियार से वार किया गया है। बाली का शव पोस्टमार्टम के लिए कूपर भेज दिया गया है। एमआईडीसी पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। बाली के परिवार ने एक दिन पहले ही पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन सोमवार को उसका शव मिला।

2011 दोहरे हत्याकांड का था गवाह

बाली साल 2011 में हुए बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड का मुख्य गवाह था। उसकी गवाही के आधार पर ही साल 2016 में चार आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इस मामले में छेड़छाड़ का विरोध करने पर कीनन सैंटोस और रूबिन फर्नांडिस नाम के दो युवकों की हत्या कर दी गई थी।     
  

Created On :   20 Aug 2018 4:25 PM GMT

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