मानव तश्करी -19 नाबालिग बच्चों को बस में भरकर ले जा रहे थे मेरठ , शुगर मिल में कराते हैं बंधुआ मजदूरी

Human smuggling-19 was taking minor children in a bus to Meerut, doing bonded labor in sugar mill
मानव तश्करी -19 नाबालिग बच्चों को बस में भरकर ले जा रहे थे मेरठ , शुगर मिल में कराते हैं बंधुआ मजदूरी
 पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार, बढ़ सकती है आरोपियों की संख्या   मानव तश्करी -19 नाबालिग बच्चों को बस में भरकर ले जा रहे थे मेरठ , शुगर मिल में कराते हैं बंधुआ मजदूरी

डिजिटल डेस्क शहडोल । ग्रामीण इलाकों से गरीब नाबालिग बच्चों को बस में भरकर ले जा रहे उत्तर प्रदेश के एक गिरोह को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपी 19 बच्चों को अन्य श्रमिकों के साथ बस में भरकर उत्तर प्रदेश के मेरठ बंधुआ मजदूरी कराने के लिए ले जा रहे थे। तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं बस मालिक और गिरोह के मुखिया की तलाश में टीम उत्तर प्रदेश भेजी जा रही है। आरोपियों के खिलाफ मानव दुव्र्यापार (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) व आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।  एडजी जी. जनार्दन एवं पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी ने पुलिस कंट्रोल रूम में शुक्रवार को पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया, मुखबिर से सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश के मेरठ और हापुड़ का एक गिरोह जिले के ग्रामीण इलाकों से नाबालिग बच्चों को ले जाने के लिए रवाना हुआ है। इसके बाद से पुलिस आरोपियों के हर मूवमेंट पर नजर बनाए हुए थी। जब यह जानकारी पुख्ता हो गई कि गिरोह बच्चों को लेकर उप्र के लिए रवाना हो गया है तो जयसिंहनगर के पास घेराबंदी करते हुए बस (यूपी 15 सीटी 4609) को पकड़ लिया गया। इस दौरान 19 नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू कराया गया। इनमें 18 बालक और एक बालिका है। बच्चे जयसिंहनगर, गोहपारू, उमरिया जिले के पाली और जनकपुर छग के हैें। मामले में बस चालक सोनू कुमार शर्मा पिता प्रकाश शर्मा उम्र 37 वर्ष निवासी आलमगिरपुर जिला बुलंदशहर, दूसरा चालक सूरचंद पिता नानकचंद उम्र 34 वर्ष निवासी जागृति विहार मेरठ ओर एजेंट शकील अहमद पिता रौनक अली उम्र 29 वर्ष निवासी ग्राम असोढ़ा जिला हापुड़ उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपियों की संख्या और बढ़ेगी। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
माता-पिता को नहीं थी जानकारी
पुलिस अधीक्षक ने बताया, पूछताछ में पता चला कि इन बच्चों के माता-पिता को पता ही नहीं है कि बच्चों को उप्र ले जाया जा रहा है। आरोपी बच्चों से सीधे संपर्क कर अच्छे भविष्य का सपना दिखाकर बिना वैध संरक्षण के षड्यंत्रपूर्वक शुगर मिल में बंधुआ मजदूरी कराने के उद्देश्य से मेरठ ले जा रहे थे। एसपी ने बताया कि जिले में मानव दुव्र्यापार के गिरोह सक्रिय रहे हैं। पूर्व में भी कई बच्चों को यहां से ले जाया गया है, जो आज तक वापस नहीं आए हैं। पुराने केस के फरार आरोपी राजेंद्र सिंह की गिरफ्तारी से इस गिरोह की लीड मिली थी और आरोपियों को रंगेहाथों पकड़ा गया। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जिले में गिरोह के लिए काम करने वाले और पहले भेजे गए बच्चों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। प्रेस वार्ता के दौरान एडिशनल एसपी मुकेश वैश्य, डीएसपी महिला सेल सोनाली गुप्ता भी मौजूद रहीं।
 

Created On :   27 Aug 2021 12:03 PM GMT

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