- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- मैं सचिन वाझे को तो जानता ही नहीं...
मैं सचिन वाझे को तो जानता ही नहीं था
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को चांदीवाल समिति के सामने दावा किया कि वे बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को नहीं जानते थे, वाझे से कभी उनकी मुलाकात नहीं हुई थी यहां तक कि वे वाझे का नाम भी नहीं जानते थे। मनी लांडरिंग के मामले में जेल में बंद देशमुख को सोमवार को चांदीवाल आयोग के सामने पेश किया गया जहां वाझे के वकील योगेश नायडू ने देशमुख से जिरह की। इस दौरान देशमुख ने याद नहीं होने का दावा करते हुए अन्वय नाईक आत्महत्या की जांच समेत कई सवालों के जवाब नहीं दिए। बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख पर मुंबई के बारों और रेस्टारेंट से हर महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली करने के आरोप लगाए थे। आरोपों की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक सदस्यीय चांदीवाल समिति का गठन किया है। नायडू ने देशमुख से पूछा कि क्या उन्होंने सीआईडी को अन्वय नाईक की आत्महत्या की फिर से जांच के आदेश दिए थे। जवाब में देशमुख ने कहा कि मैंने आदेश दिया था लेकिन सीआईडी अधिकारियों ने मुझे बताया कि जांच हो चुकी है और फिर से जांच करने की जरूरत नहीं है। लेकिन मुझे लगता था कि ठीक से जांच नहीं हुई थी इसलिए दूसरे अधिकारियों को जांच के आदेश दिए। लेकिन उस मामले से इस मामले का कोई लेना देना नहीं है।
एडवोकेट नायडू ने देशमुख से पूछा कि किस अधिकारी ने उन्हें दोबारा जांच की जरूरत न होने की बात कही और उन्होंने किन कागजात के आधार पर उन्होंने दोबारा जांच के आदेश दिए तो दोनों सवालों पर देशमुख ने कहा कि उन्हें याद नहीं आ रहा। नायडू ने देशमुख से पूछा कि क्या वाझे संयुक्त पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे को रिपोर्ट करता था जवाब में उन्होंने कहा कि नियमों के मुताबिक ऐसा करना चाहिए। देशमुख ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि 30 मार्च 2021 से पहले उनसे किसी ने इस बात की शिकायत नहीं की थी कि वाझे प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते। नायडू ने देशमुख से पूछा कि क्या अन्वय नाईक आत्महत्या मामले, मास्क की कालाबाजारी के मामले की छानबीन में मदद के लिए क्या आपने वाझे को निर्देश दिए थे। जवाब में देशमुख ने कहा कि वे वाझे को नहीं पहचानते थे। साथ ही उन्होंने कहा कि वैभव तुमाने उनका निजी सचिव नहीं था लेकिन वह उनसे साथ काम करता था। नायडू ने देशमुख से सवाल किया कि क्या तुमाने अन्वय नाईक मामले में उनके और वाझे के बीच समन्वय का काम कर रहा था जवाब में देशमुख ने कहा कि उन्हें याद नहीं है।
Created On :   24 Jan 2022 10:59 PM IST