पीटर मुखर्जी के बयान से हिल गया था मैं, मारिया का अहम खुलासा

I was shaken by Peter Mukherjees statement, Marias disclosure
पीटर मुखर्जी के बयान से हिल गया था मैं, मारिया का अहम खुलासा
पीटर मुखर्जी के बयान से हिल गया था मैं, मारिया का अहम खुलासा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुलिस के चर्चित पुलिस अधिकारी रहे पूर्वपुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने अपनी किताब में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। 
मारिया ने अपनी नई किताब ‘लेट मी से इट नाउ’ में चर्चित शीना बोरा हत्या मामले को लेकर खुलासे किए है। हालांकि मंगलवार को आतंकवाद निरोधक दस्ते(एटीएस) प्रमुख देवेन भारती ने पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया द्वारा शीना बोरा हत्यारकांड मामले को लेकर लगाए गए आरोपों का खंडन किया। मारिया ने अपनी किताब में दावा किया है कि श्री भारती जब संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) थे तो उन्हें शीना बोरा हत्याकांड के मामले में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी व पीटर मुखर्जी के बारे में जानकारी थी। फिर भी भारती ने मुझे शीना की गुमशुदगी के विषय में जानकारी नहीं दी थी। मारिया के इन आरोपों पर श्री भारती ने कहा कि जब तक मामले की जांच मुंबई पुलिस के पास थी तब तक इस प्रकरण की जानकारी जांच से जुड़ी टीम को थी।मारिया ने अपनी आत्मकथाका सोमवार को विमोचन किया गया था। किताब में मारिया ने कहा है कि शीना बोरा मामले में आरोपी पीटर ने मुझे बताया था कि उसने और इंद्राणी ने शीना की गुमशुदगी के बारे में श्री भारती को जानकारी दी थी। लेकिन श्री भारती ने प्रकरण की जांच के दौरान मेरे साथ यह जानकारी नहीं साझा की। मारिया ने अपनी किताब में लिखा है कि जब पीटर ने मुझे यह बात बताई तो इस रहस्योद्घाटन पर मैं खुद भी हिल गया था। इसके बाद जब मारिया ने इस मुद्दे पर भारती से बात करनी चाही तो अगली सुबह (आठ सितंबर 2015) को मारिया का तबादला हो चुका था।
 

मारिया ने कहा है कि जब पीटर के बेटे राहुल ने शीना को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी तो उस समय भारती अपराध शाखा में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त थे। उन्होंने किताब में कहा है कि मैंने शीना का शव मिलने के बाद जिला स्तर(रायगढ) के पुलिस अधिकारियों द्वारा  बरती गई लापरवाही को लेकर जांच शुरु की थी लेकिन आगे जांच का क्या हुआ पता नहीं चला। मारिया के बाद अहमद जावेद मुंबई पुलिस के आयुक्त बने थे। किताब में मारिया ने कहा है कि पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त अहमद जावेद भी पीटर मुखर्जी को जानते थे। यह बात श्री जावेद ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कबूली थी। जिसमें श्री जावेद ने कहा था कि उन्होंने पीटर को ईद की पार्टी के लिए आमंत्रित किया था।किताब में मारिया ने कहा है कि वे पीटर को नहीं जानते थे और पीटर का बचाव करने के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि मैं पहली बार पीटर से खार पुलिस स्टेशन में मिला था। मैं पीटर के बारे में नहीं जानता था। उन्होंने कहा कि सितंबर 2015 में राज्य के पुलिस महानिदेशक(होमगार्ड)पद पर भेजने से पहले मुझे काफी पीड़ा का सामना करना पडा था। किताब में मारिया ने कहा है कि मैंने मुख्यंत्री देवेंद्र फडणवीस को शीना बोरा मामले को लेकर कभी जानकारी नहीं दी और न ही गुमराह  किया।मैंने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसका जवाब मुझे नहीं आया। किताब में हुए खुलासों में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के साथ मारिया के एसएमएस का आदान-प्रदान शामिल है, साथ ही मामले की जांच और प्रमुख व्यक्तियों की भूमिका से उनके अचानक हटने वाली परिस्थितियोंका भी जिक्र किया गया है।

Created On :   18 Feb 2020 9:12 PM IST

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