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आईएएस अफसरों को बतानी होगी अपनी अचल संपत्ति, रबी की फसलों की 49.21 प्रतिशत बुवाई लातूर अव्वल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र कैडर के आईएएस अफसरों को साल 2019 की वार्षिक अचल संपत्ति का विवरण 31 जनवरी तक ऑनलाइन जमा करना होगा। आईएएस अफसरों को 1 जनवरी 2020 के दिन तक की वार्षिक अचल संपत्ति का विवरण देना पड़ेगा। राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया। केंद्र सरकार के फैसले के अनुसार कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग की संगणकीय प्रणाली पर आईएएस अफसरों को ऑनलाइन अचल संपत्ति का विवरण देना होगा। 31 जनवरी के बाद ऑनलाइन विवरण पत्र जमा करवाने की सुविधा अपने आप बंद हो जाएगी। ऑनलाइन विवरण जमा करवाने के बाद आईएएस अफसरों को संपत्ति संबंधी विवरण की अलग से हार्ड कॉपी जमा करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर किसी कारणवश अफसर ऑनलाइन विवरण जमा नहीं करवा पाते हैं तो उन्हें फार्म की स्कैन कॉपी अपलोड करने की सुविधा होगी।
प्रदेश में रबी की फसलों की 49.21 प्रतिशत बुवाई
प्रदेश में रबी की फसलों की 49.21 प्रतिशत बुवाई हुई है। राज्य में रबी का फसल क्षेत्र 56.93 लाख हेक्टेयर है। इसमें से अब तक 28.01 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर बुवाई पूरी हुई है। प्रदेश सरकार के कृषि विभाग से यह जानकारी मिली है। इसके मुताबिक 17.18 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में अनाज की बुवाई हुई है। 10.64 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर दलहन और 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र पर तिलहन की बुवाई की गई है। प्रदेश भर में सबसे अधिक लातूर विभाग में 7.90 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर बुवाई हुई है। लातूर विभाग में 71 प्रतिशत बुवाई हो चुकी है। यहां पर ज्वारी की फसल पर लष्करी अली कीट का प्रभाव नजर आ रहा है। नागपुर विभाग में 1.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर रबी की फसलों की बुवाई हुई है। यहां पर 45 प्रतिशत बुवाई का काम पूरा हुआ है। जबकि औरंगाबाद विभाग में 4.41 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर रबी की फसलों की बुवाई हुई है। यहां पर 57 प्रतिशत बुवाई पूरी हो गई है। नागपुर विभाग में कपास की फसल पर गुलाबी बोंड अली का प्रभाव देखा जा रहा है। तुअर की फसल पर भी कीट का प्रभाव नजर आ रहा है। अमरावती विभाग में 1.66 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर बुवाई हुई है। अमरावती विभाग में 25.69 प्रतिशत बुवाई पूरी हुई है। यहां पर चना की फसल पर हेलीकोवर्पा रोग का प्रभाव नजर आ रहा है। पुणे विभाग में चना और ज्वारी का फसल पर कीट और रोग का प्रभाव है। नाशिक विभाग में 75 हजार हेक्टेयर क्षेत्र पर बुवाई है। यहां पर 17.41 प्रतिशत बुवाई पूरी हो चुकी है। कोल्हापुर विभाग में 2.82 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर फसलों की बुवाई हुई है। पुणे विभाग में 8.53 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर बुवाई हुई है। यहां पर 48 प्रतिशत बुवाई पूरी हुई है। कोंकण विभाग में 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। इस विभाग में फसलों पर कीट और रोग का अब तक कोई प्रभाव नजर नहीं आया है।
94 लाख 53 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की खरीफ फसलों का नुकसान
राज्य में अक्टूबर और नवंबर 2019 में अतिवृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण 94 लाख 53 हजार 139 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की फसलों का नुकसान हुआ है। अतिवृष्टि और बेमौसम बरसात के कारण सोयाबीन, कपास, ज्वारी, धान, बाजरी, मक्का, तुअर जैसी फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसके अलावा नींबू, संतरा, अनार और पपीता समेत अन्य फलों का भारी नुकसान हुआ है।
Created On :   16 Dec 2019 8:18 PM IST