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कोयले का अवैध उत्खनन, खदान धसकने से मजदूर की मौत
डिजिटल डेस्क शहडोल । धनपुरी में कोयले की अवैध खदान धसकने से एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया। बताया जा रहा है कि वर्षों से पुलिस और प्रशासन की जानकारी में यह अवैध खदान संचालित हो रही थी। पुलिस ने खदान चलाने वाले को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
हादसा सुबह करीब 11 बजे हुआ। खदान पुलिस थाने से करीब आधा किलोमीटर दूर है। घटना की सूचना लगते ही धनपुरी थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायल को अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस और प्रशासन खदान को मिट्टी की बता रहे हैं जबकि सूत्रों का कहना है कि यहां कोयले का अवैध उत्खनन हो रहा था। धनपुरी निवासी अहमद हुसैन उर्फ नान बब्बू नरगड़ा नाला के किनारे काफी समय से अवैध रूप से कोयले का खनन करा रहा था। सोमवार को भी मजदूर खनन कर रहे थे तभी ऊपर की मिट्टी धसक गई। इसमें दबने से धनपुरी नंबर 4 निवासी भूरा कोल पिता महगू कोल की मौत हो गई, वहीं दल्लू कोल पिता झुरई घायल हुआ है। कुछ मजदूरों को मामली चोंट आई है। खदान संचालक नान बब्बू को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसईसीएल की सरेंडर की हुई खदान
दोपहर में एसडीएम सोहागपुर लोकेश जांगिड़ और जिला खनिज अधिकारी फरहत जहां भी मौके पर पहुंचीं। खनिज अधिकारी का कहना है कि जहां हादसा हुआ है, वह खदान एसईसीएल ने सरेंडर की हुई। अभी इसकी जानकारी जुटाई जा रही है कि लीज में यह कौन सा खसरा नंबर था और यह कौन सी लीज के अंतर्गत था। एसईसीएल से इसके कागज निकाले गए हैं और तहसीलदार और आरआई के माध्यम से खसरा नंबर का पता किया जा रहा है। नक्शे और खसरे की नकल निकाली जा रही है। इसके बाद आरोपी के खिलाफ माइन्स एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
लीज रिन्यू के लिए करना होता है सरेंडर
खनन की लीज रिन्यू के लिए धनपुरी में पांच से छह खदानें सरेंडर हुई हैं। नियमों के मुताबिक जब लीज रिन्यूअल के लिए अप्लाई किया जाता है तब कुछ क्षेत्र को सरेंडर किया जाता है, जबकि कुछ पार्ट रिन्यू के लिए होता है। सोमवार को जहां हादसा हुआ है, उसके बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है कि यह पार्ट सरेंडर वाला था या रिन्यूअल के लिए था। है। इसी की जानकारी जुटाई जा रही है। यह कौन सी लीज के अंतर्गत था और किस खसरे नंबर की खदान थी, इसकी जांच में अधिकारी जुटे हुए हैं।
प्रशासन का तर्क, मिट्टी निकाल रहे थे
एसडीएम लोकेश जांगिड़ का कहना है जहां हादसा हुआ है, वहां कोयला नहीं है। वहां नीचे तक मिट्टी है। उसके बगल में कोयला था। खदान से ईंट भ_े के लिए मिट्टी निकाली जा रही थी। जमीन के नीचे का कोयला उस स्तर का नहीं है कि उसका उपयोग हो सके। सूत्र बता रहे हैं कि इस अवैध खदान के बारे में प्रशासन को पहले से जानकारी थी, लेकिन समय रहते खदान को बंद कराने की कार्रवाई नहीं हुई और यह हादसा हो गया।
पुलिस की जानकारी में थी खदान
धनपुरी के आसपास काफी समय से कोयले का अवैध खनन होता रहा है। सोमवार को पुलिस थाने के पास हादसा होने के कारण पुलिस के कामकाज पर भी सवाल उठा रहें हैं। लोगों का कहना है कि अवैध खनने की जानकारी पुलिस को थी, इसके बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही थी। नान बब्बू आसपास संचालित करीब एक दर्जन ईंट भ_ों में यह कोयला सप्लाई करता था। उसका खुद का भी एक ईंट भ_ा है।
Created On :   13 March 2018 1:09 PM IST