दैनिक भास्कर पर आयकर छापा मीडिया का उत्पीड़न - मुंबई हिंदी पत्रकार संघ

Income tax raid on Dainik Bhaskar is harassment of media
दैनिक भास्कर पर आयकर छापा मीडिया का उत्पीड़न - मुंबई हिंदी पत्रकार संघ
दैनिक भास्कर पर आयकर छापा मीडिया का उत्पीड़न - मुंबई हिंदी पत्रकार संघ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने ‘दैनिक भास्कर’ कार्यालयों पर आयकर छापों की निंदा करते हुए कहा कि दुनिया की तानाशाही वाली सरकारे इसी तरह मीडिया को दबाने का काम करती हैं। उन्होंने कहा कि तुर्की में वहां की सरकार ने हुरियत समाचार पत्र पर करोड़ों रुपयों का जुर्माना लगाया था। इसी तरह रुस की पुतिन सरकार ने एनटीवी के खिलाफ कर प्राधिकरणों का दुरुपयोग कर कार्रवाई की थी। वेंजुएला में भी इसी तरह मीडिया का उत्पीड़न करते हुए ग्लोबोविजन के खिलाफ कदम उठाए थे। अब देश की मोदी सरकार भी यही कर रही है।  

‘मुंबई हिंदी पत्रकार संघ’ ने भी पत्र जारी कर ‘दैनिक भास्कर’ और समाचार चैनल ‘भारत समाचार’ के कार्यालयों पर आयकर विभाग के छापे को मीडिया को दबाने की कोशिश बताया है। संघ के अध्यक्ष आदित्य दुबे ने कहा कि सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर मीडिया की आवाज दबाने की कोशिश की निंदी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चाई छापने-दिखाने के चलते इन दोनों मीडिया संस्थानों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की गई है।

‘इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट’ के उपाध्यक्ष व ‘उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति’ के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने मुंबई में कहा कि ‘दैनिक भास्कर’ व भारत समाचार के कार्यालयों पर आयकर विभाग के छापे जनपक्षधर पत्रकारितों को दबाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि निडर मीडिया सस्थानों को सरकारी दबाव में लाने की कोशिश की जा रही है। इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी।     

 

Created On :   23 July 2021 1:07 PM GMT

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