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दुकानों को लेकर बढ़ी सख्ती, तो सड़क पर उतरे व्यापारी, दे डाली शिवसेना को वोट न देने की धमकी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी के बावजूद राहत न मिलने से परेशान व्यापारियों ने सोमवार को दादर इलाके में आंदोलन किया। नाराज कारोबारियों में आगामी मुंबई महानगर पालिका चुनावों में सत्ताधारी शिवसेना के खिलाफ वोट देने की भी बात कही। व्यापारियों का कहना है कि फिलहाल सरकार ने शाम चार बजे से पहले दुकानें बंद करने का जो नियम बनाया है उसके चलते उनके लिए खर्च निकालना भी मुश्किल हो रहा है।
दादर व्यापारी संघ के अध्यक्ष सुनील शाह ने कहा कि शाह चार बजे के बाद भी कई जगह गतिविधियां जारी हैं। लोग आराम से इधर-उधर घूम रहे हैं। यहां तक कि लोग छुट्टियां और पिकनिक मनाने लोनावाला, माथेरान और महाबलेश्वर जैसी जगहों पर जा रहे हैं। फिर सिर्फ दुकानदारों और वहां काम करने वाले लोगों पर ही क्यों पाबंदी लगाई जा रही है। दुकानदारों को अपना खर्च निकालना होता है कर्मचारियों का वेतन देना होता है। बच्चों की स्कूल फीस, किराया, ईएमआई जैसे खर्चे कैसे पूरे होंगे।
दुकानदारों में 2 फीसदी है कोरोना संक्रमण
शाह ने कहा कि दुकानदारों के बीच कोरोना संक्रमण की दर सिर्फ दो फीसदी है फिर हम पर इतनी पाबंदियां क्यों लगाई जा रही हैं। सरकार ने पहले जो दिशानिर्देश जारी किए थे उस पर अगर अमल किया जाए तो मुंबई पहले या दूसरे स्तर में होगी। ऐसे में कारोबारियों को राहत मिलेगी। लेकिन सत्ताधारी पार्टियां जरा भी राहत देने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में दुकानदार भी आगामी मुंबई महानगर पालिका चुनावों में सत्ताधारी पार्टी को वोट देने से पहले दो बार सोचेगा। बता दें कि मुंबई महानगर पालिका में फिलहाल शिवसेना की सत्ता है।
वहीं फेडरेशन ऑफ रीटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिशन के अध्यक्ष वीरेन शाह ने कहा कि व्यापारी कई महीनों से काफी परेशान हैं। अगर सरकार ने व्यापारियों को राहत देने के लिए कदम नहीं उठाए तो आगामी चुनावों में मौजूदा सरकार के बहिष्कार के अलावा हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचेगा। बता दें कि मुंबई में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी के बावजूद संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तीसरे स्तर की पाबंदियां जारी हैं। इसके तहत व्यावसायिक प्रतिष्ठान सुबह 7 बजे से शाम चार बजे तक ही खुले रह सकते हैं।
Created On :   12 July 2021 7:42 PM IST