महाराष्ट्र में करोना का कोई मरीज नहीं, अब कर्ण-बधिर के लिए मंत्रालय में स्वतंत्र सूचना कक्ष

Independent Information Cell in the Ministry for Hearing Impaired
महाराष्ट्र में करोना का कोई मरीज नहीं, अब कर्ण-बधिर के लिए मंत्रालय में स्वतंत्र सूचना कक्ष
महाराष्ट्र में करोना का कोई मरीज नहीं, अब कर्ण-बधिर के लिए मंत्रालय में स्वतंत्र सूचना कक्ष

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से ग्रसित एक भी मरीज नहीं हैं। सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी। टोपे ने बताया कि कोरोना वायरस के मद्देनजर चीन से आने वाले एक व्यक्ति को सांगली के मिरज स्थित मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। फिलहाल एहतियात के तौर पर मुंबई, पुणे और सांगली में छह लोग अस्पताल में भर्ती हैं। राज्य में अभी तक 8 हजार 878 यात्रियों की जांच की गई है। टोपे ने कहा कि विदेशी यात्रियों की जांच में मदद के लिए मुंबई हवाई अड्डे पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 10 चिकित्सा अधिकारी और 15 स्वास्थ्य अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। 

कर्ण-बधिर के लिए मंत्रालय में स्वतंत्र सूचना कक्ष   

वहीं राज्य के कर्ण-बधिर लोगों के लिए मंत्रालय में स्वतंत्र सूचना कक्ष बनाया जाएगा। इस कक्ष में सरकार के फैसलों के बारे में जानकारी देने के लिए सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ भी होंगे। प्रदेश के सामाजिक न्याय व विशेष सहायता मंत्री धनंजय मुंडे ने यह जानकारी दी। सोमवार को मंत्रालय में राज्य स्तरीय कर्ण बधिर एसोसिएशन की विभिन्न मांगों को लेकर बैठक हुई। मुंडे ने कहा कि कर्ण-बधिर विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के लिए सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ की नियुक्ति का फैसला किया जाएगा। कर्ण-बधिर विद्यार्थियों के स्कूलों का स्तर बढ़ाया जाएगा। कर्ण-बधिर विद्यार्थियों के लिए आईटीआई की तर्ज पर प्रशिक्षण देने के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग से चर्चा कर फैसला लेंगे। मुंडे ने कहा कि सरकार कर्ण-बधिर विद्यार्थियों के लिए सांकेतिक भाषा की डिग्री कोर्स शुरू करने को लेकर सकारात्मक है। कर्ण-बधिर स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। 

होस्टल के लिए सेंट्रल किचन योजना 

सामाजिक न्याय विभाग आदिवासी विभाग के सरकारी छात्रावास की तर्ज पर सामाजिक न्याय विभाग के छात्रावासों में सेंट्रल किचन योजना शुरू करेगा। सोमवार को प्रदेश के सामाजिक न्याय व विशेष सहायता मंत्री धनंजय मुंडे ने यह जानकारी दी। मंत्रालय में सेंट्रल किचन शुरू करने के संबंध में हुई बैठक में मुंडे ने कहा कि सामाजिक न्याय विभाग के छात्रावासों में अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है। इन विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ–साथ निवास, भोजन समेत अन्य आवश्यक सामग्री मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती है। इसलिए छात्रावास के विद्यार्थियों को भोजन के लिए सेंट्रल किचन शुरू किया जाएगा। 

Created On :   3 Feb 2020 4:07 PM GMT

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