बोरियों में 50 की जगह 45 किलो ही निकल रहा अनाज

Instead of 50 in sacks, only 45 kg of grain is coming out
बोरियों में 50 की जगह 45 किलो ही निकल रहा अनाज
राशन दुकानों में पहुंचने वाले अनाज की मात्रा रहती है कम बोरियों में 50 की जगह 45 किलो ही निकल रहा अनाज

डिजिटल डेस्क शहडोल । पीडीएस दुकानों के माध्यम से गरीबों को प्रदाय किए जाने वाले अनाज में लगातार गड़बडिय़ां सामने आ रही हैं। कहीं समय पर दुकान नहीं खुलने तो तो कहीं मात्रा से कम देने का मामला चर्चा में बना हुआ है। वहीं दुकानों तक पहुंचने वाले खाद्यान्न की बोरियों में कम मात्रा में अनाज निकलने की शिकायतें आ रही हैं। गोदाम से शासकीय राशन दुकानों में पहुंचाए जाने वाले अनाज की बोरियां 50-50 किलो की होती हैं, लेकिन जब दुकान में डंप कराया जाता है तो उसकी मात्रा 42 से 46 किलो ही निकलती है। कम खाद्यान्न मिलने के कारण कोटेदारों द्वारा हितग्राहियों के हिस्से में या तो कटौती कर दी जाती है या कांटे में गड़बड़ी की जाती है।
नहीं होती मॉनीटरिंग
नियमानुसार दुकानों में खाद्यान्न रखवाने के पहले निश्चित मात्रा की तौल होनी चाहिए, ताकि हितग्राहियों को बराकर प्रदाय हो सके। लेकिन किसी भी दुकान में तौल नहीं कराई जाती। परिवहनकर्ता के वाहन पहुचते हैं और बोरियां पटक कर चले जाते हैं। उन बोरियों में तय मात्रा का खाद्यान्न है अथवा नहीं इसको लेकर कभी भी विभाग द्वारा मानीटरिंग नहीं की जाती। जब कोटेदारों से चर्चा होती है तो उनका कहना होता है कि परिवहनकर्ता द्वारा तौल नहीं कराया जाता। बिना तौल के बोरियां रखवाए जाने का कार्य लंबे अर्से से चला आ रहा है।
इधर वितरण में खामी : शिकायत
पीडीएस में तमाम खामियों की शिकायत भी की गई है। भाजपा के मंडल पदाधिकारियों द्वारा प्रभारी मंत्री को लिखित शिकायत की गई, जिसमें आरोपित किया गया कि कोराना काल में मुफ्त में आए राशन को तो बांटा गया, लेकिन नियमित रूप से वितरित होने वाले अनाज को बांटा ही नहीं गया। अन्न उत्सव के दौरान अनेक दुकानों की मॉनीटरिंग में पहुंचे नेताओं ने पाया कि 10 किलो अनाज तो दिया गया, लेकिन 5 किलो प्रति सदस्य के मान से आवंटित रेग्युलर अनाज प्रदाय नहीं किया गया। शिकायत में दर्जन भर से अधिक स्थानों की दुकानों का जिक्र करते हुए आरोपित किया गया कि जिले भर की दुकानों में यही हाल है। प्रभारी मंत्री इन आरोपों को गंभीरता लेते हुए जांच कराने का आश्वासन दिया है।
इनका कहना है
नियमानुसार दुकानों में तौल कराकर ही अनाज की बोरियां रखवाई जानी चाहिए। दुकानदारों की भी जिम्मेदारी है कि वे तौल कराकर ही पावती दें। फिर भी यदि गड़बड़ी हो रही है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
कमलेश ताण्डेकर, जिला आपूर्ति अधिकारी
 

Created On :   28 Aug 2021 2:04 PM IST

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