इकबाल मिर्ची संपत्ति मामला : दिवान फाइनेंस का सीएमडी गिरफ्तार 

Iqbal Mirchi Property Case: Divan Finance CMD arrested
इकबाल मिर्ची संपत्ति मामला : दिवान फाइनेंस का सीएमडी गिरफ्तार 
इकबाल मिर्ची संपत्ति मामला : दिवान फाइनेंस का सीएमडी गिरफ्तार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिवान हाऊसिंग फाइनांस लिमिडेट (डीएचएफएल) के मुख्य प्रबंध निदेशक कपिल वाधवान को गिरफ्तार कर लिया है। वाधवान को इकबाल मिर्ची की संपत्तियों से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है। ईडी के मुताबिक वाधवान जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया। ईडी दाऊद इब्राहिम का दाहिना हाथ रहे इकबाल मिर्ची की मुंबई स्थित संपत्तियां बेंचकर पैसे विदेश में भेजने के मामले की जांच कर रही है। पीएमएलए कानून के तहत दर्ज मामले में वाधवान को गिरफ्तार किया गया है। मामले में पहले से गिरफ्तार हुमायूं मर्चेंट ने अदालत में बताया था कि मिर्ची की संपत्तियां डेवलप करने वाली सबलिंक रियल इस्टेट से डील के ऐवज में उसने पांच करोड़ रुपए लिए थे। सबलिंक रियल इस्टेट को डीएचएफएल की ओर से 2186 करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया था। मामले में ईडी ने डीएचएफएल के प्रमोटर धीरज वाधवान के भाई कपिल को पूछताछ लिए बुलाया था और सहयोग न करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में ईडी पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और कारोबारी राज कुंद्रा से भी पूछताछ कर चुकी है। बता दें कि दाऊद का नशे का कारोबार संभालने वाले इकबाल मिर्ची की साल 2013 में लंदन में मौत हो गई थी। लेकिन जांच एजेंसियों का दावा है कि अवैध कारोबार के जरिए हुई कमाई से मुंबई में संपत्तियां खरीदीं गईं और बाद में उन्हें बेंचकर अवैध रुप से पैसे विदेश भेज दिए गए। 

 

यात्री से 100 रुपए की बजाय सात हजार वसूलने वाले टैक्सी चालक गिरफ्तार

विजयवाडा से मुंबई पहुंचे एक यात्री से 100 रुपए किराया बताकर जबरन सात हजार रुपए ऐंठने वाले एक टैक्सी ड्राइवर और उसके साथी को एमएन जोशी मार्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ के दौरान इससे पहले भी महानगर में बाहर से आने वालों से इसी तरह जबरन पैसे वसूलने की बात स्वीकार की है। आरोपी लोगों को कम पैसे में गंतव्य तक छोड़ने का वादा करते और फिर सुनसान इलाके में ले जाकर जबरन वसूली करते। गिरफ्तार आरोपियों के नाम फकीरा ठाकरे और गणेश स्वामी हैं। दोनों के खिलाफ गणपत राम नाम के एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी। गणपत रविवार रात 10 बजे टैवेल्स की बस से विजयवाडा से मुंबई के सायन इलाके में पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि बस स्टैंड के पास खड़े टैक्सी ड्राइवर से उन्होंने दादर स्टेशन चलने को कहा तो उसने बताया कि 100 रुपए किराया होगा और सामान के 30 रुपए अलग से लगेंगे। गणपत को मुंबई के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है थी इसलिए वे टैक्सी में बैठ गए। उन्होंने बताया कि टैक्सी चालक ने थोड़ी दूर जाने के बाद अपने एक साथी को आगे बिठा लिया और सायन और दादर के इलाकों में गाड़ी घुमाने लगा। गणपत को टैक्सी चालक की हरकतें देखकर उसके इरादों पर शक हो गया। उन्होंने टैक्सी चालक को गाड़ी रोक कर उन्हें उतारने को कहा। इसके बाद टैक्सी चालक ने एलफिंस्टन ब्रिज के पास गाड़ी रोकी और उनसे कहा कि छह हजार रुपए किराया हुआ। गणपत ने नाराजगी जताई और टैक्सी का दरवाजा खोजने की कोशिश की तो पाया कि दरवाजे का लॉक अंदर से टूटा हुआ है और उसे अंदर से खोला नहीं जा सकता। इसके बाद आरोपियों ने गणपत को पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी। छह हजार रुपए निकालते वक्त आरोपियों ने उनके पर्स में एक हजार रुपए और देखे तो उसे भी जबरन छीन लिए। सीनियर इंस्पेक्टर पंडित थोरात ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पीएसआई सकपाल की अगुआई में छानबीन के लिए एक टीम बनाई गई थी जिसने 27 घंटे के भीतर सीसीटीवी और दूसरे सबूतों के आधार पर आरोपियों को दबोच लिया और अपराध में इस्तेमाल टैक्सी बरामद कर ली। आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उन्होंने देर रात मुंबई में बाहर से आने वाले कई लोगों से इसी तरह जबरन वसूली की है। 
 

Created On :   27 Jan 2020 3:22 PM GMT

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