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महिलाओं को शिक्षा दिलाने सावित्रीबाई फुले ने किया संघर्ष
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महिला शिक्षा की जनक क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की जयंती पर सोमवार को विभिन्न संस्था-संगठनों की ओर से आदरांजलि दी गई। परमपूज्य डा. बाबासाहब आंबेडकर स्मारक समिति तथा महिला संगठन की ओर से सावित्रीबाई फुले की जयंती दीक्षाभूमि सभागृह में मनाई गई। समिति के सदस्य विलास गजघाटे, भंते सुगतबोधि, भंते हर्षेबोधि, डॉ. अरुण जोसेफ, वर्षा मेश्राम, ममता गेडाम ने सावित्रीबाई के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई स्त्री शिक्षण की जनक थी। महिलाओं को शिक्षा, सामाजिक, राजकीय, आर्थिक अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया।
शहर जिला कांग्रेस कमेटी
शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से देवडिया कांग्रेस भवन में ज्ञानज्योति सावित्रीबाई फुले की जयंती पर प्रधान महासचिव डाॅ. गजराज हटेवार, उपाध्यक्ष वीणा बेलगे ने सावित्रीबाई के छायाचित्र पर माल्यार्पण किया। डाॅ. हटेवार ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं को शिक्षा दिलाने हेतु समाज से संघर्ष किया और महिलाओं को सक्षम व आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। संचालन कार्यालयीन प्रमुख नारायण नाखले ने किया।
सेंट्रल इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन
सेंट्रल इंडिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, लोणारा में सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई। प्रमुख अतिथि के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. अनीस अहमद, पार्षद आयशा अंसारी, तुषार मेश्राम, प्रिंसिपल सेंट्रल इंडिया अध्यापक महाविद्यालय और बीना जाॅय, प्रिंसिपल सेंट्रल इंडिया नर्सिंग कॉलेज उपस्थित थे। संचालन अफरूनिसा और आभार प्रदर्शन काजोल लिल्हारे ने किया।
अखिल भारतीय माली महासंघ
अखिल भारतीय माली महासंघ व क्रांति ज्योति माली िवकास संस्था की ओर महात्मा फुले मार्केट में सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई। अध्यक्षता मधुसूदन देशमुख ने की। प्रमुख रूप से प्रदेश कार्याध्यक्ष गाेविंद वैराले, उपाध्यक्ष कैलास तानकर, प्रदेशसचिव कैलास जामगडे, अलका कडूकार उपस्थित थीं।
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर सामाजिक न्याय विभाग
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर सामाजिक न्याय विभाग व बार्टी की ओर से सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई। अध्यक्ष डॉ. िसद्धार्थ गायकवाड, प्रादेशिक उपायुक्त समाज कल्याण विभाग नागपुर ने सावित्रीबाई के जीवन पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि सावित्रीबाई स्त्री शिक्षा की जनक थी।
भारतीय स्त्री आज भी गुलाम
भारतीय स्त्री आज भी गुलामी की जीवन जी रही हैं। महिलाओं पर रोजाना अन्याय- अत्याचार की हजारों घटनाएं घट रही हैं। महिलाओं के अधिकारों के लिए सावित्रीबाई फुले ने जीवनभर संघर्ष किया। उनके संघर्ष को सामने रखकर महिलाओं को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। यह विचार सावित्रीबाई फुले की जयंती पर प्रा. पुष्पा घोडके ने व्यक्त किए। हैप्पी हेल्थ महिला क्लब संगठन की ओर से एनआईटी गार्डन, लश्करीबाग में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अध्यक्षता प्रा. डॉ. तुलसा डोंगरे ने की। प्रमुख अतिथि देवदास सोमकुवर उपस्थित थे। संचालन अर्चना लाडे तथा प्रास्ताविक नलिनी खांडेकर ने किया। आभार नरेश महाजन ने माना।
Created On :   4 Jan 2022 5:20 PM IST