Nagpur News: नागपुर शहर की बस्तियां बोल रही - ये देखिए नागपुर में स्वच्छ सर्वेक्षण का सच

  • पावनगांव रोड के पास बजरंगनगर के लोग भोग रहे यातना
  • शिकायतों के बावजूद 30 साल पुरानी बस्ती की नहीं ले रहे सुध

Nagpur News नागपुर महानगर पालिका आयुक्त डॉ. अभिजीत ने स्वच्छ सर्वेक्षण पर प्रतिक्रिया दी है। जिसमें बताया गया कि पिछले साल हमारे अंकों का प्रतिशत 64.8 था, जो अब बढ़कर 74.6 हो चुका है। मनपा को स्वच्छ सर्वेक्षण में 27 वां अंक मिला है। इसके लिए किस तरह का मूल्यांकन किया गया, यह मनपा और स्वच्छ सर्वेक्षण करनेवाली टीम को ही मालुम हो सकता है। यहां नागपुर की ही एक बस्ती की बात करते हैं, जहां लोग नरक सी यातना भोग रहे हैं। कई बार संबंधित विभाग को जानकारी व शिकायतें देने के बाद भी किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। तस्वीरें स्वच्छ सर्वेक्षण की पोल खोल रही हैं।

टैक्स का भुगतान, सुविधाएं नदारद : पावनगांव रोड कलमना बस्ती के पास बजरंग नगर है। 30 साल पहले यह बस्ती बसी है। 100 से अधिक मकानों में 500 लोगों की अाबादी रहती है। यहां के लोग नियमानुसार टैक्स का भुगतान करते हैं। बावजूद यहां मूलभूत सुविधाएं नदारद है। नागरिकों के अनुसार यहां पक्की सड़कें नहीं है। कच्ची सड़कें हर बरसात में दलदल बन जाती है। कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्‌ढे तालाब बन चुके हैं। मकान बनने के बाद हाइटेंशन लाइन डाली गई, जो मकानों से मात्र 5-6 फीट की दूरी पर है। इस लाइन के कारण तीन घटनाएं हो चुकी है, जिसमें लोगों की जान जाते-जाते बची है। इस लाइन को अंडरग्राउंड करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन बीते 5 सालों में यह काम नहीं हो पाया।

नल की लाइन के गड्‌ढों को पाटना भूल गए : तीन महीने पहले नल की लाइन डालने के लिए गड्‌ढे खोदे गए। पानी शुरु हुआ, लेकिन खोदे गए गड्‌ढे पाटे नहीं गए। कुछ दिन पहले ऐसे ही एक गड्‌ढे में बच्ची गिर गई थी। पीने का पानी दूषित आ रहा है। कुछ दिन तक नियमित व स्वच्छ पानी आ रहा था। अब नियमित पानी नहीं आता। 8 दिन में एक बार पानी मिल रहा है। नल का कनेक्शन लेने के लिए नागरिकों ने नियमानुसार डिमांड राशि का भुगतान किया है। यहां सीवेज लाइन, उद्यान, खेल मैदान आदि की सुविधा नहीं है। सफाईकर्मियों द्वारा नियमित कचरा उठाया नहीं जाता। बस्ती की छोटी-बड़ी समस्याओं को लेकर नागरिकों ने कई बार संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है। लेकिन आश्वासन से अधिक कुछ नहीं मिल रहा है।


Created On :   18 July 2025 4:23 PM IST

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