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कोश्यारी ने कहा - नए युग के शिवाजी महाराज हैं गडकरी और शरद पवार
डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के 62वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान को लेकर पुन: बवाल खड़ा हो गया है। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि शिवाजी महाराज पुराने दौर के हैं और यदि आप (छात्रों) से कोई पूछता है कि आपका आदर्श कौन है, तो आपको केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार का नाम लेना चाहिए। छत्रपति शिवाजी महाराज तो अब पुराने युग की बात हो गई है। गडकरी और पवार ही नए युग के शिवाजी महाराज हैं। कोश्यारी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में देश आगे बढ़ रहा है। देश में जो काम करने के लिए कह दिया गया, तो वह काम पूर्ण किए जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति में काफी सुविधाएं आने से विद्यार्थियों को पूरा लाभ उठाकर देश को विश्वगुरु और सर्वश्रेष्ठ बनाने का संकल्प करना चाहिए। समारोह में कोश्यारी ने गडकरी और पवार को डी.लिट उपाधि देकर सम्मानित किया।
गडकरी और पवार को डी.लिट की उपाधि
डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय का 62वां दीक्षांत समारोह शनिवार, 19 नवंबर को नाट्यगृह में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ, तब वे विचार रख रहे थे। कोश्यारी ने कहा कि हम जब हाईस्कूल में पढ़ने जाते थे, तब हमसे अध्यापक पूछते थे कि आपका पसंदीदा हीरो कौन है। तब कोई कहता था सुभाषचंद्र बोस, कोई कहता था पंडित जवाहरलाल नेहरु, तो किसी का जवाब महात्मा गांधी रहता था। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिवाजी महाराज पुराने दौर के हैं और वे वर्तमान की बात कर रहे हैं। यदि किसने पूछा कि आपका पसंदीदा हीरो कौन है, तो आपको बाहर जाने की बिल्कुल जरूरत नहीं है और आपको महाराष्ट्र में ही आपका हीरो मिल जाएगा। उनका रुख नितिन गडकरी और शरद पवार की ओर था। मंच पर पद्मभूषण डॉ. विजय भटकर, कुलपति डॉ. प्रमोद येवले, प्र-कुलपति डॉ. श्याम शिरसाठ आदि उपस्थित थे।
इच्छाशक्ति रही, तो हर विद्यार्थी बन सकता है मोदी- राज्यपाल
राज्यपाल कोश्यारी ने याद दिलाया कि पिछली बार पवार और गडकरी को उन्होंने ने ही मानद उपाधि देकर सम्मानित किया था। अब पुन: उन्हें ही डी.लिट उपाधि देकर सम्मानित करने का अवसर मिला है। कुछ अन्य विवि भी इन्हें ही डी.लिट देने का विचार कर रहे हैं और इस बाबत प्रस्ताव भी मुझे भेजे गए हैं। कोश्यारी ने कहा कि जब वहां के कुलपति को मैंने कहा कि क्या आपके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है। वे कहते हैं कि उन्होंने बेहतरीन कार्य किया है। उनके आदर्श अर्थात आइडल वे (गडकरी व पवार) हैं और वे उन्हें डी.लिट देना है। इसलिए मुझे भी शांत बैठना पड़ रहा है। प्रत्येक विद्यार्थी मोदी बन सकता है। बशर्ते उसके लिए आपकी इच्छाशक्ति चाहिए।
पवार का कृषि व सहकारिता, अच्छी सड़कें बनाने वाले गडकरी रोडकरी
राज्यपाल कोश्यारी ने गडकरी व पवार की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि राष्ट्र के विकास में दोनों का अहम योगदान है। उनका काम डी.लिट से कम नहीं है। दोनों दूरदृष्टि रखकर कार्य करते हैं। गडकरी के पास तो विजनरी और मिशनरी दोनों हैं। वर्तमान दौर में मिशनरी की संख्या कम हो गई है। ऐसे में उन्हें गडकरी का आदर्श लेना चाहिए। शरद पवार का कृषि, सहकारिता क्षेत्र में अनमोल योगदान है और इसे बिल्कुल नकारा नहीं जा सकता। कभी-कभी शरद पवार को गुस्सा आने के बाद वे शक्कर से भी मीठा हो जाते हैं। कोश्यारी ने कहा कि नितिन गडकरी के अच्छी सड़कें बनाने के चलते ही कंपनियां वाले नए वाहनों का उत्पादन कर रहे हैं। यही कारण है कि लोग अब गडकरी को रोडकरी बोल रहे हैं।
नॉलेज पावर सेंटर है विवि, अनुसंधान पर दें जोर: गडकरी
मंत्री नितिन गडकरी ने सात साल पहले वे डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में प्रमुख अतिथि थे। अब इसी विवि द्वारा डी.लिट उपाधि देकर सम्मानित करना बड़ी उपलब्धि है। इस विवि को बहुत बड़ी पार्श्वभूमि है और वह नॉलेज पावर सेंटर है और प्रगतिशील समाज के लिए उसकी भूमिका काफी अहम रहती है। कहा कि इसमें कोई दोमत नहीं कि मराठवाड़ा को प्रगतिशील बनाने में यह विवि उपयाेगी साबित होगा।
जालना के ड्राइपोर्ट से होगा सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन
गडकरी ने कहा कि जालना में ड्राइपोर्ट बनाए जाने से यहां से अन्नदाता फल, सब्जियों की निर्यात कर सकेंगे। उम्मीद जताई कि यह ड्राइपोर्ट अब किसानों को संपन्न करने के लिए ऊर्जादाता बनेगा। उसके बगैर अन्नदाताओं की आत्महत्या नहीं रुकेगी। यही नहीं, सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन में मदद होगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षा द्वार खोलने विवि करें पहल: पवार
महाराष्ट्र में इस विवि को ऐतिहासिक करार देते हुए पवार ने कहा कि नई पीढ़ी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के दालन खोलने के लिए इसने पहल करनी चाहिए। उनका कहना था कि नामांतर आंदोलन के चलते मराठवाड़ा संभाग के नांदेड़ में ओर एक विवि बन सका है। याद दिलाया कि उक्त विवि बनाने में उनका अहम योगदान है। शैक्षिक जगत के अलावा मराठवाड़ा में खेती क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव देखने मिल रहा है और गन्ने की फसल ली जा रही है। आश्वस्त किया कि वे गन्ने की खेती को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। जालना जिले में वसंतराव नाईक शुगर इन्स्टीट्यूट के जरिए खेती, उद्योग एवं तकनीकी क्षेत्र में अवसर देने वाली संस्था शीघ्र शुरू करने जा रहे है। उसके लिए 100 एकड़ जमीन ली गई। अब नागपुर में जमीन उपलब्ध कराने के लिए गडकरी द्वारा आश्वासन देने की बात भी उन्होंने कही। बामू द्वारा डी.लिट उपाधि प्रदान करने पर पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने ऋण भी व्यक्त किया।
Created On :   19 Nov 2022 9:33 PM IST