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दैनिक भास्कर हिंदी: देश की नामी संस्था वीएनआईटी में टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ का भारी टोटा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश की नामी संस्था विश्वेश्वरय्या राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान (वीएनआईटी) में टीचिंग एण्ड नान टीचिंग स्टाफ के 288 पद कई सालों से खाली पड़े होने का खुलासा आरटीआई में हुआ है। इस संस्थान में जहां एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थी लालायित रहते है, वहीं पिछले तीन साल में यहां विद्यार्थियों की 300 सीटें खाली रही है। वीएनआईटी देश का नामी संस्थान होने के अलावा यहां देश भर से विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते है। यहां राष्ट्रीय स्तर पर मेरीट के आधार पर प्रवेश मिलता है। वीएनआईटी से पास आउट विद्यार्थी को जॉब मिलने की संभावना बढ़ जाती है। कई कंपनियां यहां आकर प्लेसमेंट करके विद्यार्थियों को जॉब आफर करती है। यहां से पास आउट विद्यार्थी को जॉब में पैकेज भी ठीक-ठाक ही मिलता है। वीएनआईटी में टीचिंग व नान टीचिंग के कुल मंजूर पद 704 है, जिसमें से यहां 416 का ही स्टाफ कार्यरत है। सपोर्टिंग स्टाफ में जरूर मंजूर पदों से 4 ज्यादा है। कई सालों से यहां 288 पद खाली पड़े है। यहां से पास आउट विद्यार्थियों को जाब में अधिकतम पैकेज 23 लाख 86 हजार व आैसत पैकेज 7 लाख 5 हजार (वार्षिक) मिला है। 2018-19 में इस पैकेज पर जॉब आफर हुए थे।
श्रेणी मंजूर पद कार्यरत रिक्त पद
फैकल्टी 335 225 110
नान फैकल्टी 33 20 13
ग्रुप बी स्टाफ 135 43 92
ग्रुप सी स्टाफ 151 74 77
सपोटिंग स्टाफ 50 54 -4
साल क्षमता एडमिशन
2016 1166 1086
2017 1166 1060
2018 1422 1328
3754 3474
पद खाली रहने का असर पढ़ाई पर
अभय कोलारकर, आरटीआई एक्टिविस्ट के मुताबिक देश के इस नामी संस्थान में टीचिंग व नान टीचिंग के इतने ज्यादा पद खाली रहने का असर विद्यार्थियों की पढाई पर पढ़ता है। भले ही यहां ठेका पध्दति पर स्टाफ नियुक्त किया जाता हो, लेकिन स्थायी रूप से पदस्थ स्टाफ का सीधा असर विद्यार्थियों पर होता है। स्टाफ की कमी से अध्ययन प्रभावित होने का खतरा बना रहता है। विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए स्टाफ की कमी तुरंत दूर होनी चाहिए।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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