इस महिला पुलिस कांस्टेबल ने 50 आदिवासी बच्चों की दसवीं तक की पढ़ाई का उठाया है जिम्मा

lady police constable taken up responsibility of education of 50 tribal children till class 10th
इस महिला पुलिस कांस्टेबल ने 50 आदिवासी बच्चों की दसवीं तक की पढ़ाई का उठाया है जिम्मा
इस महिला पुलिस कांस्टेबल ने 50 आदिवासी बच्चों की दसवीं तक की पढ़ाई का उठाया है जिम्मा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुलिस में तैनात कांस्टेबल रेहाना शेख ने 50 आदिवासी बच्चों की दसवीं तक की पढ़ाई का खर्च उठाने का फैसला किया है। रेहाना तक सोशल मीडिया के जरिए इन बच्चों की तस्वीर पहुंची तो इनकी दयनीय हालत उनसे देखी नहीं गई। उन्होंने बताया कि एक दोस्त के जरिए उन्हें रायगढ़ जिले के वाजे तालुका में स्थित धामणी के ज्ञानाई विद्यालय के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल से बात किया और बच्चों के लिए पैसे देने की इच्छा जताई। प्रिंसिपल ने सीधे पैसे लेने से  इनकार कर दिया और उन्हें स्कूल में आने का निमंत्रण दिया। रेहाना ने कहा कि मैं स्कूल पहुंची तो देखा कि बच्चों के पांव में जूते चप्पल तक नहीं हैं। इसके बाद मैंने अपनी बेटी के जन्मदिन और ईद के लिए जमा करके रखे पैसों को इन बच्चों के लिए जरूरत का सामान खरीदने पर खर्च करने का फैसला किया। बेटी ने भी इस फैसले में पूरा साथ दिया। रेहाना ने बताया कि उन्हें पिछले साल कोरोना हो गया था जिसके बाद पुलिस विभाग से उन्हें 10 हजार रुपए मिले थे। इन पैसों को भी उन्होंने बच्चों के लिए जरूरत का सामान खरीदने पर खर्च कर दिया। रेहाना को पता था कि सिर्फ एक बार की मदद से काम नही चलेगा इसलिए उन्होंने स्कूल के सभी 50 बच्चों के 10वीं तक की पढ़ाई का खर्च उठाने का फैसला किया। रेहाना लगातार दूसरों की मदद करती रहतीं हैं। फिलहाल नायगांव सशस्त्र पुलिस में तैनात रेहाना के पति भी मुंबई पुलिस में कार्यरत हैं।

Created On :   13 Jun 2021 8:17 PM IST

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