विवादित बयानों से बचे महा आघाडी के नेता, समन्यवय समिति की बैठक में हुई चर्चा 

Leaders of Maha Aghadi should reserve from controversial statements
विवादित बयानों से बचे महा आघाडी के नेता, समन्यवय समिति की बैठक में हुई चर्चा 
विवादित बयानों से बचे महा आघाडी के नेता, समन्यवय समिति की बैठक में हुई चर्चा 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य की महा विकास आघाडी सरकार के मत्रियों व नेताओ के विवादित बयान से सरकार मुश्किल में आती है। इस लिए तीनो दलों के नेताओ और मत्रियों को विवादित बयानों से बचना चाहिए। महा विकास आघाडी के समन्वय समिति की बैठक में इस बाबत चर्चा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में समन्वय समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। 

बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, उद्योग मंत्री सुभाष देसाई, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल मौजूद थे। गौरतलब है कि राकांपा नेता व गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में दिए बयान पर कांग्रेस में नाराजगी पैदा हुई थी। जबकि मुफ्त बिजली को लेकर ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत के बयान पर अजित पवार नाराजगी जता चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के उस बयान पर भी विवाद हुआ था जिसमे उन्होंने कहा था कि 2014 में ही सरकार बनाने को लेकर शिवसेना-कांग्रेस के बीच चर्चा हुई थी। 

महामंडलों में जल्द होगी नियुक्ति

ठाकरे सरकार जल्द ही महामंडलों में नियुक्ति करेगी। बैठक में इस पर सहमति बन चुकी है। भाजपा सरकार में महामंडलों में नियुक्त विजया रहाटकर, संजय उपाध्याय, हाजी अराफात, विनायक मेटे जैसे नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। बाकी लोगों को भी हटाने का फैसला यह सरकार पहले ही कर चुकी है। 
 

Created On :   14 Feb 2020 6:54 PM IST

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