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कॉलेजों में पढ़ाया जाएगा संविधान का पाठ, गठित होगी समिति
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को अगले शैक्षणिक वर्ष से भारत के संविधान का पाठ पढ़ाया जाएगा। प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सामंत ने कहा कि उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों को संविधान का पाठ पढ़ाने के लिए इसको पाठ्यक्रम में शामिल करना है अथवा अलग से विषय के रूप में समावेश करना है। इस पर अध्ययन के लिए उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग एक समिति गठित करेगी। सामंत ने कहा कि समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद अगले शैक्षणिक वर्ष में विद्यार्थियों को संविधान का पाठ पढ़ाने के संबंध में उचित फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के अधीन महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों के सभी विद्यार्थियों को संविधान के बारे में पता होना चाहिए।
कंगना को संविधान पढ़ाने की जरुरत
एक सवाल के जवाब में सामंत ने कहा कि अभिनेत्री कंगना रनौत को संविधान समझ में नहीं आया है। कंगना ने देश की आजादी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को लेकर विवादित टिप्पणी की है। इसलिए उन्हें पहले संविधान का पाठ पढ़ाने की आवश्यकता है। इसके पहले राज्य की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा था कि संवैधानिक मूल्यों को स्कूली पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाएगा। जिससे स्कूली विद्यार्थियों को कम उम्र से ही संविधान के मूल्यों की जानकारी मिल सकेगी।
दिल्ली में यूपीएससी के अभ्यर्थियों के लिए बनेगा सेंटर
सामंत ने बताया कि राज्य सरकार के पास दिल्ली में यूपीएससी के अभ्यर्थियों के लिए सेंटर बनाने का प्रस्ताव आया है। दिल्ली में स्थित नूतन मराठी महाविद्यालय ने सरकार को यह प्रस्ताव दिया है। इसके तहत राज्य सरकार को इस मराठी महाविद्यालय में आधारभूति सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी। इसके बदले में महाविद्यालय अपनी कुछ जमीन सरकार को उपलब्ध कराएगा। इस जमीन पर महाराष्ट्र से यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक सेंटर का निर्माण किया जा सकेगा। यहां छात्रावास और लाइब्रेरी बनाई जाएगी। फिलहाल यूपीएससी के अभ्यर्थियों को दिल्ली में महाराष्ट्र सदन पर निर्भर रहना पड़ता है।
Created On :   30 Nov 2021 9:49 PM IST