शिवाजी महाराज की तुलना मुख्यमंत्री की बगावत से करके विवादों में घिरे लोढ़ा 

Lodha embroiled in controversies by comparing Shivaji Maharaj with the rebellion of the Chief Minister
शिवाजी महाराज की तुलना मुख्यमंत्री की बगावत से करके विवादों में घिरे लोढ़ा 
मुझे बख्श दो  शिवाजी महाराज की तुलना मुख्यमंत्री की बगावत से करके विवादों में घिरे लोढ़ा 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा छत्रपति शिवाजी महाराज के आगरा से बच निकलने की तुलना उद्धव ठाकरे के खेमे से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत से करके विवादों में घिर गए हैं। विपक्ष ने लोढ़ा पर शिवाजी महाराज की तुलना मुख्यमंत्री से करने का आरोप लगाया है। हालांकि लोढ़ा ने सफाई देते हुए कहा कि मैंने केवल उदाहरण दिया है। मैंने शिवाजी महाराज से मुख्यमंत्री की तुलना नहीं की है। मैं पहली बार मंत्री बना हूं। मुझे किसी राजनीतिक विवाद में नहीं पड़ना है। मेरी सभी से अपील है कि मुझे बख्श दो। दरअसल बुधवार को सातारा के प्रतापगढ़ किले पर शिवप्रताप दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में लोढ़ा ने कहा कि शिवाजी महाराज को औरंगजेब ने आगरा में पकड़कर बंद कर दिया था। लेकिन शिवाजी महाराज अपनी चतुराई से बाहर आए। जिसके बाद शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज्य की स्थापना की। इसी तरह मुख्यमंत्री शिंदे को भी रोकने की काफी कोशिश की गई थी। लेकिन शिंदे ने बाहर आकर अपने नेतृत्व में नई सरकार बनाई है। लोढ़ा का इशारा शिंदे के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बगावत करके शिवसेना से अलग होकर नया गुट बनाने को लेकर था। लोढ़ा ने कहा कि प्रदेश में हिंदवी स्वराज्य की परिकल्पना को मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस साकार कर रहे हैं। लोढ़ा ने जब यह टिप्पणी की तब मुख्यमंत्री मंच पर मौजूद थे। इस बयान की आलोचना के बाद लोढ़ा ने सातारा में कहा कि मैंने शिवाजी महाराज की तुलना मुख्यमंत्री से नहीं की थी। मैंने केवल उदाहरण दिया था। लेकिन यह सत्य है कि पिछले ढाई साल की महाविकास आघाड़ी सरकार में बड़े पैमाने पर मुस्लिम तुष्टिकरण चल रहा था। मगर विवाद बढ़ने पर देर शाम मंत्रालय में आने के बाद लोढ़ा ने कहा कि मैंने शिवाजी महाराज की तुलना मुख्यमंत्री से नहीं की है। शिवाजी महाराज की तुलना किसी से नहीं की जा सकती है। शिवाजी महाराज सूर्य हैं। मैंने केवल उदाहरण दिया था। इसलिए विपक्ष से अपील है कि मेरे बयान पर राजनीति न करे। मुझे काम करने दें। वहीं मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि शिवाजी महाराज की तुलना किसी से नहीं हो सकती है। दूसरी ओर विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि शिवाजी महाराज की तुलना किसी से हो सकती है क्या? बयानवीर मंत्रियों पर लगाम लगाई जानी चाहिए। राज्य की जनता ऐसे लोगों को चुनाव में सबक सिखाएगी। जबकि शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) के विधायक आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना कहा कि जिन्हें महाराष्ट्र गद्दार और खोके सरकार के रूप में पहचानता है। लोढ़ा ने उनकी तुलना शिवाजी महाराज से की है। लोढ़ा भी राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की भाषा बोल रहे हैं। भाजपा योजना बद्ध तरीके से महाराष्ट्र और शिवाजी महाराज का अपमान कर रही है। 

 

Created On :   30 Nov 2022 10:09 PM IST

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