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कटघोरा-डोंगरगड रेल मार्ग परियोजना में महानिर्मिती भी हिस्सेदार, मंत्रिमंडल का फैसला

डिजिटल डेस्क, मुंबई। छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र में कोयला परिवहन के लिए बनाए जाने वाले कटघोरा-डोंगरगड रेलवे मार्ग निर्माण काम के लिए बनाई गई विशेष प्रायोजन कंपनी (एसपीवी) में छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन और साऊथ-ईस्टर्न कोल लाइफ लिमिटेड (एसईसीएल) के साथ महाराष्ट्र की महानिर्मिती कंपनी भी हिस्सेदार होगी। मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल ने इस फैसले को मंजूरी दी।
सरकारी बिजली कंपनी महानिर्मिती को केंद्र सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ के गारे पालमा सेक्टर-दो के कोयला खदान से कोयला निकालने की अनुमति मिली है। इस कोयले के परिवहन के लिए कटघोरा-डोंगरगड़ रेल मार्ग बनाया जाना है। महानिर्मिती कंपनी के औष्णिक विद्युत केंद्रों (थर्मल पावर प्लांट) की स्थापित क्षमता 10 हजार 380 मेगावॉट है। इसके लिए हर साल 4 करोड़ 15 लाख 86 हजार टन कोयले की जरूरत पड़ती है।
छत्तीसगढ़ के खदान से कोयला निकालने की मिली है अनुमति
केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के गारे पालमा सेक्टर -2 कोल ब्लाॅक को महानिर्मिती कंपनी को आंवटित किया है। इस कोयला खदान से अगले 30 साल कोयले की आपूर्ति हो सकेगी। कोयले की ढुलाई के लिए मौजूदा समय में झासुर्गुडा-नागपुर रेलवे विभागीय मार्ग है। लेकिन झासुर्गुडा-राजनंदगाव रेलवे मार्ग परिवहन के लिए 100 प्रतिशत व्यस्त रहता है। इस कारण समांतर 270 किमी का कटघोरा-डोंगरगड स्वतंत्र रेलवे मार्ग बनाया जा रहा है। इस मार्ग से महानिर्मिती का 23.6 एमटीपीए कोयला परिवहन करना संभव हो सकेगा।
रेलवे मंत्रालय और छत्तीसगढ़ सरकार ने एसपीवी मॉडल पर नए रेलवे मार्ग को बनाने का फैसला किया है। एसपीवी में महानिर्मिती कंपनी को हिस्सेदार बनने के लिए प्रदेश सरकार ने मंजूरी दी है। एसपीवी में महानिर्मिती कंपनी 26 प्रतिशत पूंजीनिवेश करेगी। महानिर्मिती कंपनी को 250 करोड़ 40 लाख रुपए निवेश की मंजूरी दी गई है। कुल 4 हजार 820 करोड़ रुपए की परियोजना में 80 प्रतिशत राशि कर्ज के रूप में जुटाई जाएगी। बाकी का निवेश तीनों भागीदारों के माध्यम से किया जाएगा।
Created On :   10 April 2018 8:01 PM IST