नए म्यूटेंट की जांच कराएगी महाराष्ट्र सरकार, उठाया यह बड़ा कदम

Maharashtra government will investigate new mutants, took this big step
नए म्यूटेंट की जांच कराएगी महाराष्ट्र सरकार, उठाया यह बड़ा कदम
नए म्यूटेंट की जांच कराएगी महाराष्ट्र सरकार, उठाया यह बड़ा कदम

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना के नए म्यूटेंट की जांच के लिए राज्य सरकार ने दिल्ली के सीएसआईआर-इंस्टीट्यूटऑफ जीनोमिक्स एंड इंटिग्रेटिव बायोलॉजी संस्था के साथ सामंजस्य करार करने का फैसला किया है। सरकार ने केरल के तर्ज पर सीएसआईआर से कोविड एसएआरएस-सीओवी-2 जीनो मिक्स अनुक्रमण के लिए करार करने का निर्णय लिया है। सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया है।

इसके अनुसार राज्य के  प्रत्येक जिले में हर सप्ताह 24 यानि महीने में 100 कोरोना संक्रमितों के नमूनों को नए म्यूटेंट के जांच के लिए भेजा जाएगा। राज्य के जिलों के क्षेत्रफल और जनसंख्या के अनुसार नमूनों की संख्या में बदलाव करने का फैसला चिकित्सा शिक्षा व औषधि द्रव्य विभाग कर सकता है। यह अध्ययन तीन चरणों में होगा। हर चरण के लिए एक महीने का समय लगेगा। इसके लिए 1.62 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। इस खर्च के बारे में चिकित्सा शिक्षा व अनुसंधान निदेशालय सीएसआईआरके साथ समझौता कर अंतिम राशि तय करेगा। खर्च की राशि का वहन मुख्यमंत्री सहायता निधि से किया जाएगा।

शासनादेश के अनुसार यवतमाल और अमरावती में कोरोना के नए मरीजों के नमूनों को पुणे के बी जे मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें नए म्यूटेंटपाए गए थे। इसी बीच नए म्यूटेंट के बारे में केरल सरकार ने जीनोमिक्सअनुक्रमणकी रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार के पास भेजा था। इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे की मौजूदगी में टॉस्क फोर्स की बैठक हुई थी। इस बैठक में टॉस्क फोर्स के डॉक्टर शशांक जोशी समेत विभिन्न विभागों के अफसर मौजूद थे। जिसमें केरल के तर्ज पर सीएसआईआर के साथ करार करने के लिए सहमति बनी थी। 

 

Created On :   29 April 2021 8:11 PM IST

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