नेपाली और बांग्लादेशियों के पांच हजार में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरफ्तार

Making fake Aadhaar cards in Five thousand rupees of Nepali and Bangladeshis, accused arrested
नेपाली और बांग्लादेशियों के पांच हजार में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरफ्तार
नेपाली और बांग्लादेशियों के पांच हजार में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बिना किसी वैध कागजात के पांच से सात हजार रुपए लेकर आधार कार्ड बनाने वाले दो आरोपियों को मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने नेपाली, बांग्लादेशी नागरिकों के साथ और अमेरिका से लौटे एक भारतीय मूल के व्यक्ति का आधार कार्ड फर्जी तरीके के बनाने की बात स्वीकार की है। हैरानी की बात ये है कि पकड़े गए आरोपी सरकार द्वारा अधिकृत आधार कार्ड सेंटर में यह फर्जीवाडा कर रहे थे।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम विनोद चव्हाण और उमेश चौधरी है। दोनों आरोपी बोरिवली इलाके में स्थित केनरा बैंक की शाखा में बनाए गए आधार सेंटर में तैनात थे। नियमों के मुताबिक जिन लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है बैंक अधिकारी उनके रहिवास और पहचान से जुड़े दूसरे कागजात देखने के बाद उस पर मुहर मारकर सेंटर में आधार कार्ड बनाने के लिए भेजते थे। जहां आरोपियों को लोगों के फिंगर प्रिंट, आंखे स्कैन करने, फोटो लेने जैसी प्रक्रिया पूरी कर ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद 100 रुपए लेने थे। बाद में डाक के जरिए लोगों के घर आधार कार्ड भेजा जाता है। लेकिन जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी बैंक अधिकारियों की जानकारी के बिना सीधे लोगों के नाम पर ऑनलाइन आवेदन कर देते थे। इसके लिए किसी तरह का पहचान पत्र भी नहीं लिया जाता था।

आरोपी पहले चार हजार रुपए लेकर लोगों को ऑनलाइन फॉर्म की प्रति देकर बताते थे कि वे एनरोलमेंट नंबर के जरिए ऑनलाइन जांच कर सकते हैं कि आगे की प्रक्रिया पूरी हुई या नहीं। बाद में आवेदन खारिज होने का हवाला देते हुए इंट्रोड्यूसर बनकर तीन हजार रुपए और ले लेते। दरअसल इंट्रोड्यूसर की प्रक्रिया के तहत उन लोगों को आवेदन की छूट दी जाती है जिनके पास दस्तावेज नहीं है। छोटे बच्चों और नजदीकी रिश्तेदारों के लिए वे लोग इंट्रोड्यूसर बन सकते हैं जिनके पास पहले से आधार कार्ड और दूसरे दस्तावेज हैं। आरोपी बिना जान पहचान के लोगों के इंट्रोड्यूसर बनकर लोगों से ज्यादा पैसे लेकर फर्जी तरीके से उन्हें आधार कार्ड मुहैया करा रहे थे। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि आरोपियों ने कितने लोगों के फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाए हैं।     

 

Created On :   4 Feb 2021 3:33 PM GMT

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