हंगामेदार होगा बजट अधिवेशन! फडणवीस ने कहा - महिला अत्याचार के मामलों में अव्वल हैं सत्ताधारी मंत्री

May be ruckus Budget session! Fadnavis said -  ruling minister topped the matters of women atrocities
हंगामेदार होगा बजट अधिवेशन! फडणवीस ने कहा - महिला अत्याचार के मामलों में अव्वल हैं सत्ताधारी मंत्री
हंगामेदार होगा बजट अधिवेशन! फडणवीस ने कहा - महिला अत्याचार के मामलों में अव्वल हैं सत्ताधारी मंत्री

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानमंडल का बजट अधिवेशन हंगामेदार होने के आसार हैं। बजट अधिवेशन की शुरुआत सोमवार से होगी। प्रदेश में सत्ताधारी मंत्रियों और नेताओं के महिला अत्याचार के मामले को लेकर विपक्ष आक्रामक हो गया है। विपक्ष सदन में प्रदेश के वन मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले संजय राठोड के खिलाफ पूजा चव्हाण आत्महत्या प्रकरण में मामला दर्ज करने, प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे और राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष महबूब शेख के खिलाफ लगे आरोपों को लेकर सरकार को घेरेगा। 

रविवार को गरवारे क्लब में विपक्षी दल भाजपा ने बजट अधिवेशन में सरकार को घेरने की रणनीति तय करने के लिए घटक दलों के साथ बैठक की। पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रदेश में महाविकास आघाड़ी सकार का चेहरा उजागर हो गया है। महिला अत्याचार में सत्ताधारी दलों के मंत्री और नेता सबसे आगे हैं। उन्होंने कहा कि नए शक्ति कानून में सत्ताधारी नेताओं को लैंगिक अत्याचार करने की छूट दी गई है क्या? फडणवीस ने कहा कि राठोड के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंत्री मुंडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाली महिला अपनी शिकायत वापस ले ली है लेकिन यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ है। राकांपा के युवक अध्यक्ष महबूब शेख के खिलाफ औरंगाबाद में मामला दर्ज होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सदन में इस मामले को उठाया जाएगा। 

सरकार विदर्भ और मराठवाड़ा से कर रही द्रोह

फडणवीस ने कहा कि वैधानिक विकास मंडलों की अवधि नहीं  बढ़ाया जाना विदर्भ और मराठवाड़ा से द्रोह है। राज्य में विदर्भ, मराठवाड़ा और पिछड़े इलाकों से द्रोह करने वाली सरकार है। सरकार को हम लोग वैधानिक विकास मंडलों की अवधि बढ़ाए बिना आसानी से बजट पेश नहीं करने देंगे। फडणवीस ने कहा कि विदर्भ और मराठवाड़ा के मंत्री सत्ता के लिए इतने लाचार हैं कि वे वैधानिक विकास मंडलों के लिए राज्य मंत्रिमंडल में आवाज नहीं उठाते हैं या फिर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंत्रियों का मुंह बंद कर दिया है। 

किसानों और बिजली बिलों को लेकर निशाना 

फडणवीस ने कहा कि राज्य में किसानों की स्थिति काफी खराब है। बोंडअली के कारण कपास की फसलें खराब हो गई हैं। 90 प्रतिशत सोयाबीन की फसलों का नुकसान हुआ है। सरकार ने कृषि उत्पाद की खरीदी नहीं की है। किसान कर्ज माफी अधूरी है। किसानों को कोई मदद नहीं दी गई है। फडणवीस ने कहा कि किसानों और आम लोगों पर बिजली बिल का बड़ा संकट है। लॉकडाउन में लोगों को बढ़े हुए बिजली बिल भेजे गए हैं। सरकार ने बिजली बिल न भरने वाले अब तक 3.50 लाख लोगों का बिजली कनेक्शन को काट दिया है। 75 लाख लोगों को नोटिस भेजी गई है। 

तबादलों के लिए लग रही बोली

फडणवीस ने कहा कि राज्य में तबादलों के लिए बोली लगाई जा रही है। दुर्भाग्य से आईएएस और आईपीएस के तबादलों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। पुलिस के तबादले में भयानक भ्रष्टाचार हुआ है। राज्य में अवैध धंधा, रेती की नीलामी के लिए सत्ताधारी दलों के नेता ही बोली लगा रहे हैं।  

मुख्यमंत्री सत्ता के लिए लाचार 

फडणवीस ने कहा कि जो शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे वीर सावरकर के लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार थे उनके पुत्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीर सावकर की जयंती पर अभिवादन के लिए एक ट्वीट भी नहीं किया। फडणवीस ने कहा कि मेरी मुख्यमंत्री को मुफ्त की सलाह है कि वे कांग्रेस के चक्कर में सावरकर को इस तरह से अपमान न करे। 

कोविड में भ्रष्टाचार 
फडणवीस ने कहा कि मुंबई और पूरे महाराष्ट्र में कोविड में हुआ भ्रष्टाचार असहनीय है। सदन में सबूत के साथ इस मुद्दे को उठाया जाएगा। कोविड में हुए भ्रष्टाचार की पुस्तक भी प्रकाशित की जाएगी। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र- कर्नाटक सीमा विवाद पर विपक्ष सरकार के साथ में है लेकिन जो अस्मिता सीमा वर्ती इलाकों के लिए दिखाई जा रही है। वह अस्मिता औरंगाबाद का नाम बदलने के मुद्दे पर कहा गई। यह सवाल सभी के मन में है। 
चायपान का आयोजन न करने पर किया कटाक्ष 
फडणवीस ने कहा कि अधिवेशन की पूर्व संध्या पर सरकार के चायपान के लिए हम लोग जाने के लिए तैयार थे लेकिन सरकार ने इस बार चायपान का आयोजन ही नहीं किया। फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस के सम्मेलन, राकांपा की यात्रा और शिवसेना के मंत्री रहे राठोड के शक्ति प्रदर्शन के लिए कोरोना नहीं है। सरकार के लिए कोरोना केवल चायपान और शिवजंयती के आयोजन न करने के लिए है।
देश में अगले 15 साल मोदी का राज रहेगा 
फडणवीस ने दावा किया कि देश में अगले 10 से 15 सालों तक मोदी का ही राज रहेगा। इसलिए प्रदेश में भाजपा का कोई नेता पार्टी नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पार्टी में शामिल होंगे। उन्होंने का कि सभी को मालूम है कि तीन दलों की महाविकास आघाड़ी सरकार कितने दिनों तक चलेगी। फडणवीस ने कहा कि सरकार अपने ही विधायकों से डर रही है। इसलिए सरकार विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव टाल रही है।


 

Created On :   28 Feb 2021 7:37 PM IST

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