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बैठकी वसूली तक सीमित नपा, नहीं कराई गई व्यवस्था
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डिजिटल डेस्क,शहडोल। धामिक आस्था के प्रतीक बन चुके नगरपालिका धनपुरी क्षेत्र के सिद्धनाथ मंदिर डोंगरिया घाट में शिवरात्रि पर 50 वर्षों से मेला आयोजित हो रहा है। लेकिन मेला स्थल पर अब तक न तो बिजली की व्यवस्था है और न ही पानी या साफ-सफाई कराई जा रही है। जबकि नगरपालिका द्वारा मेले में बैठकी की वसूली कराई जाती है। इसके बावजूद मेला स्थल पर मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है।
सिद्धनाथ बाबा मंदिर चीपहाउस वार्ड नंबर 24 के डोंगरिया में महाशिवरात्रि के अवसर पर इस वर्ष भी दो दिवसीय मेला 1-2 मार्च को आयोजित किया गया है। पूर्व पार्षद व सिद्धनाथ मंदिर के अध्यक्ष राम आशीष पटेल ने बताया कि 1 मार्च से मेले का आयोजन होगा। प्राकृतिक सौंदर्य एवं आदिवासी अंचल की छबि लिए अमरकंटक मार्ग पर पहाड़ों पर बने सिद्धनाथ बाबा मंदिर डोगरिया महाशिवरात्रि मेले के लिए प्रसिद्ध है। 50 वर्ष से यहां पर अनवरत मेला लग रहा है। मंदिर की स्थापना श्री गोमती गिरि बाबा के माध्यम से हुई। मंदिर में 7 फीट जटाधारी बाबा की समाधि स्थल भी है।
मेले में बड़ी-छोटी दुकानें, झूला लगते हैं। आसपास के व्यापारी मेले में पहुंचते हैं। 108 सीढ़ी चढ़ कर भक्तजन मंदिर पहुंचते हैं। मन्दिर के अध्यक्ष ने बताया कि नगर पालिका द्वारा साफ -सफाई, पीने का पानी, बिजली के नाम पर औपचारिकता की जाती है। जबकि मेले में बैठकी वसूली नगरपालिका द्वारा की जाती है। आज तक मंदिर स्थल पर पानी की व्यवस्था नहीं बनाई गई। ना ही भक्तजनों के लिए बैठने की शेड ही बनाया गया। नगरपालिका से मांग की गई है कि धार्मिक आस्था के प्रतीक मंदिर स्थल पर स्थायी व्यवस्था की जाए।
Created On :   28 Feb 2022 2:38 PM IST