एआईसी-आरएनटीयू के स्टार्टअप मेडीसेवा को हार्सेस स्टेबल का फंड प्राप्त हुआ

MediSeva Healthcare Start Up: AIC-RNTUs Startup MediSeva receives funding from Horsestable
एआईसी-आरएनटीयू के स्टार्टअप मेडीसेवा को हार्सेस स्टेबल का फंड प्राप्त हुआ
मेडीसेवा हेल्थकेयर स्टार्टअप एआईसी-आरएनटीयू के स्टार्टअप मेडीसेवा को हार्सेस स्टेबल का फंड प्राप्त हुआ

डिजिटल डेस्क, भोपाल। अटल इन्क्यूबेशन सेंटर-रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय (एआईसी-आरएनटीयू) के इनक्यूबेटेड स्टार्टअप मेडीसेवा टेक्नोलाॅजिस लि. को हार्सेस स्टेबल की फंडिंग मिली। इंदौर स्थित मेडीसेवा स्टार्टअप को स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (एसआईएसएफएस) के तहत एआईसी-आरएनटीयू द्वारा फंडिंग भी की गई थी। उल्लेखनीय है कि एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन स्टार्टअप इनक्यूबेटर है जो युवा उद्यमियों को प्रशिक्षण दे रहा है और मेंटर की भूमिका भी निभा रहा है। स्टार्टअप इकोसिस्टम में यह मध्य भारत का अग्रणी संस्थान है। अटल इनक्यूबेषन सेंटर में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं जिनका लाभ विद्यार्थी और स्टार्टअप्स उठा रहे हैं। वहीं हार्सेस स्टेबल देष का सबसे बड़ा फंडिंग गेम शो है जिसमें देषभर से स्टार्टअप्स इनवेस्टर के समक्ष अपने आईडियाज को पिच करते हैं। इनवेस्टर्स के पैनल में अनुभवी इन्वेसटर्स होते हैं जो फंड के साथ अपनी विषेषज्ञता और उपयोगी सलाह भी स्टार्टअप्स को देते हैं जिससे स्टार्टअप्स को नई दिषा मिलती है।

मेडीसेवा हेल्थकेयर स्टार्टअप है जो ग्रामीण भारत में टेलीमेडिसिन के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। मेडीसेवा उच्च श्रेणी की स्वास्थ्य सुविधाएं किफायती दर पर उपलब्ध करा रहा है। भविष्य में एआईसी-आरएनटीयू मेडीसेवा के साथ देशभर में हेल्थ केयर के क्षेत्र में कार्य करेगा।

श्री नितिन वत्स, निर्देशक एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन ने इस मौके पर कहा कि मेडीसेवा की यह उपलब्धि प्रशंसनीय है। एआईसी-आरएनटीयू अपने स्टार्टअप्स को शुरुआती दौर में सहायता दे रहा है जिससे उनकी आगे की राह आसान हो जाती है। वहीं सिद्धार्थ चतुर्वेदी, प्रो-चांसलर आरएनटीयू, डाॅ. ब्रम्ह प्रकाश पेठिया, कुलपति आरएनटीयू, डाॅ. विजय सिंह, कुलसचिव और रोनाल्ड फर्नांडिस, सीईओ एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मेडीसेवा को अपनी उद्यमिता यात्रा में एआईसी-आरएनटीयू की तरफ से पूरा सहयोग मिलेगा। मेडीसेवा के संस्थापक डाॅ. विषेष कासलीवाल ने एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन के लिए आभार व्यक्त किया।

Created On :   29 July 2022 1:38 PM GMT

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