राज्यमंत्री अब्दुल सत्तार ने की खैरे की शिकायत, अफवाह फैलाने वाले का नाम उद्धव को बताया

Minister of State Abdul Sattar refuses to resign from Government
राज्यमंत्री अब्दुल सत्तार ने की खैरे की शिकायत, अफवाह फैलाने वाले का नाम उद्धव को बताया
राज्यमंत्री अब्दुल सत्तार ने की खैरे की शिकायत, अफवाह फैलाने वाले का नाम उद्धव को बताया

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना के राज्य मंत्री अब्दुल सत्तार और औरंगाबाद के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे के बीच का झगड़ा अब मुख्यमंत्री व पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे तक पहुंच गया है। रविवार को सत्तार ने मातोश्री में मुलाकात कर मुख्यमंत्री से खैरे की शिकायत की। दोनों नेताओं के आपसी संघर्ष को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री खैरे को मातोश्री में बुलाएंगे। पत्रकारों से बातचीत में सत्तार ने कथित रूप से कैबिनेट मंत्री न बनाए जाने से नाराज होकर इस्तीफा देने की खबर फैलाने के लिए खैरे को जिम्मेदार ठहराया। सत्तार ने खैरे का नाम लिए बिना कहा कि शिवसेना और मुझे बदनाम करने के लिए पार्टी के भीतर और बाहर के कुछ लोग मेरे इस्तीफे की अफवाह फैला रहे हैं। मैंने मुख्यमंत्री को बता दिया है कि मेरे इस्तीफे की अफवाह कौन से नेता ने फैलाई थी। मुख्यमंत्री ने मेरी बातों को सुना है। अब औरंगाबाद के शिवसेना के नेताओं को भी मातोश्री में बुलाया जाएगा। उनका पक्ष सुनने के बाद मुख्यमंत्री अंतिम फैसला करेंगे। सत्तार ने कहा कि औरंगाबाद जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव में शिवसेना के किसी सदस्य ने बगावत नहीं की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राकांपा व सहयोगी दलों के कुछ सदस्यों ने बगावत की थी। ये सदस्य शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर नहीं जीते थे। अगर इन सदस्यों के साथ समन्वय करके उन्हें सम्मान पूर्वक बुलाया गया होता तो जिला परिषद के उपाध्यक्ष पद के चुनाव में शिवसेना की हार नहीं हुई होती। सत्तार ने कहा कि मैंने राज्य मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है।

मुख्यमंत्री ने जो जिम्मेदारी दी है वो अच्छी और खराब है। यह बोलने का अधिकार हमें नहीं है। मुझे जो जिम्मेदारी मिली है उसको निभाने में मैं कभी पर भी कम नहीं पड़ूंगा। दूसरी तरफ शिवसेना के पूर्व सांसद खैरे ने कहा कि सत्तार ने औरंगाबाद में पार्टी के कई नेताओं की मौजूदगी में कहा था कि मैंने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन अब सत्तार कह रहे हैं कि मैंने इस्तीफा नहीं दिया है। खैरे ने कहा कि इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री ने ली है। खैरे ने कहा कि सत्तार शिवसेना के विधायक हैं। इसके बाद भी औरंगाबाद जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव में सत्तार ने अपने समर्थक सदस्यों को भाजपा के उम्मीदवार को वोट डालने का आदेश आखिर क्यों दिया। खैरे ने कहा कि सत्तार की इस भूमिका के कारण जिला परिषद के उपाध्यक्ष पद पर शिवसेना की हार हुई। 

सत्तार का इस्तीफा, ठाकरे सरकार के पतन की शुरुआतः फडणवीस

सत्तार के इस्तीफे की खबर पर विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेद्र फडणवीस ने कहा कि सत्तार का इस्तीफा महा विकास आघाडी सरकार के पतन की शुरुआत है। विभागों के बंटवारे के पहले एक राज्यमंत्री के इस्तीफे की खबर से भाजपाई खेमे में खुशी देखी गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि जनादेश का अपमान कर बनी ऐसी सरकार का यही हाल होना था। जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि आज दिनभर ऐसी खबरे मिलती रहेंगी। पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा सांसद नारायण राणे ने कहा कि मुझे आशंका है कि दो माह में ही यह सरकार न चली जाए। ठाकरे सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सत्ताधारी तीनों दलों शिवसेना, कांग्रेस व राकांपा विधायकों में भारी नाराजगी है। सूत्रों के अनुसार सत्ताधारी दलों के नाराज विधायक भाजपा नेताओं के सम्पर्क में हैं। 
 

Created On :   5 Jan 2020 10:35 AM GMT

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