भड़की MNS - कंपनी में भर्ती के लिए गैर मराठियों को प्राथमिकता वाले विज्ञापन पर बवाल

MNS Ruckus over preference advertisement to non-Marathis for recruitment in the company
भड़की MNS - कंपनी में भर्ती के लिए गैर मराठियों को प्राथमिकता वाले विज्ञापन पर बवाल
भड़की MNS - कंपनी में भर्ती के लिए गैर मराठियों को प्राथमिकता वाले विज्ञापन पर बवाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। फार्मा कंपनी ने नौकरी में गैरमराठियों को वरीयता दिए जाने के विज्ञापन से नाराज महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने कंपनी का ठाणे स्थित ऑफिस घेर लिया। मनसे नेता रविंद्र मोरे की अगुआई में दर्जनों मनसे कार्यकर्ताओं को कंपनी के अधिकारियों ने लिखित माफीनामा दिया, जिसके बाद मामला शांत हुआ। इस दौरान पुलिस भी मौजूद थी।

कंपनी के पदाधिकारियों का दावा है कि कंपनी के गुजरात के बरोडा स्थित मुख्यालय से यह विज्ञापन जारी हुआ था, जिसकी उन्हें जानकारी नहीं थी। मोरे ने कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें एमी लाइफसाइंसेस नाम की कंपनी द्वारा जारी विज्ञापन की जानकारी दी, जिसमें लिखा गया था कि भर्तियों में गैर मराठी लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। कंपनी के पदाधिकारियों ने माना कि विज्ञापन सही है, लेकिन उन्होंने कहा कि विज्ञापन गुजरात स्थित मुख्यालय से जारी हुआ है और इस बारे में उनकी राय नहीं ली गई है।

गुजरात एचआर ने गैरमराठियों को भरती में प्राथमिकता देने से जुड़ा विज्ञापन जारी किया है। पदाधिकारियों ने यह भी दावा किया कि फिलहाल ठाणे में स्थित कंपनी के कार्यालय में 90 फीसदी से ज्यादा मराठी भाषी ही काम करते हैं। ऐसे में इस तरह के विज्ञापन से वे खुद हैरान हैं। मुंबई में आगे भी जब भर्ती होगी तो मराठी भाषियों को नियुक्त करने में कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। वे इस तरह के भेदभाव में विश्वास नहीं करते। शिकायत मिलने के बाद जारी विज्ञापन हटा लिया गया है। 

 

Created On :   3 Aug 2021 3:35 PM GMT

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