अब आदिवासी किसान भी कर पाएंगे रिपर मशीन से धान कटाई

Modern equipment distributed - now tribal farmers will also be able to harvest paddy with ripper machine
अब आदिवासी किसान भी कर पाएंगे रिपर मशीन से धान कटाई
आधुनिक यंत्र वितरित अब आदिवासी किसान भी कर पाएंगे रिपर मशीन से धान कटाई

डिजिटल डेस्क, सिरोंचा। क्षेत्र के किसान अब तक पारंपरिक तरिके से धान की कटाई करते आ रहे हैं। मात्र अब कृषि विभाग ने किसानों को रिपर मशीन उपलब्ध करायी है। जिससे धान कटाई का कार्य अब काफी आसान हो गया है। एक एकड़ धान की फसल कांटने के लिए अब किसानों को किसी मजदूरों को नहीं बुलाना पड़ेगा। स्वयं किसान ही कुछ ही देर में यह कार्य कर पाएंगे। कृषि कार्यालय ने मानव विकास मिशन के तहत हाल ही में किसानों को धान कटाई का यह आधुनिक यंत्र वितरित िकये है। बता दें िक, समूचा गड़चिरोली जिला धान उत्पादक जिले के रूप में परिचित है। सिरोंचा तहसील नदियों से घिरी होने के कारण स्थानीय किसान भी धान की खेती बड़े पैमाने पर करते थे। इसके पूर्व स्थानीय किसान पारंपरिक तरिके से खेती कार्य करते आए है। अब तक किसानों को कृषि विभाग द्वारा किसी तरह का प्रशिक्षण अथवा आधुनिक यंत्रों के बारे में जानकारी मुहैय्या नहीं करायी गयी थी। जिसके कारण खेती कार्य में उन्हें अधिक पैसे देकर फसलें उगानी पड़ रहीं थी। इसी समस्या का जड़ से निवारण करने के लिए कृषि विभाग ने किसानों को रिपर नामक धान कटाई मशीन उपलब्ध करायी है। 

तहसील के झिंगानुर, येड़सिली गांव में विभाग ने किसान गुट समेत महिला बचत समूहों को यह मशीन वितरित की है। साथ ही िझंगानुर क्षेत्र के किसानों को इस मशीन का प्रात्याक्षिक भी कर िदखाया। तहसील कृषि अधिकारी जगदिश दोंदे के मार्गदर्शन में कृषि सहायक प्रेमचंद शेडमाके ने झिंगानुर निवासी किसान बोड़का गावडे के खेत में पहुंचकर किसानों को इस मशीन का प्रशिक्षण दिया। इस समय उपस्थित किसानों ने मशीन के संदर्भ में सभी प्रकार की जानकारी ली। बता दें कि, यह मशीन डीजल से क्रीयाशील होती है। मात्र आधुनिक होने के कारण इंधन की बचत भी होगी। क्षेत्र के किसानों से इस मशीन का बड़ी संख्या में लाभ उठाने का आह्वान कृषि विभाग ने किया है। 

Created On :   2 Nov 2021 7:34 PM IST

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