100 से अधिक दिव्यांगों को अपने पैरों पर खड़ा कराया - मदद में 17 वर्षों से लगे हैं नगर के टीपी मिश्रा

More than 100 Divyangs were made to stand on their feet - TP Mishra of the city has been engaged in help
100 से अधिक दिव्यांगों को अपने पैरों पर खड़ा कराया - मदद में 17 वर्षों से लगे हैं नगर के टीपी मिश्रा
100 से अधिक दिव्यांगों को अपने पैरों पर खड़ा कराया - मदद में 17 वर्षों से लगे हैं नगर के टीपी मिश्रा

 डिजिटल डेस्क  शहडोल । रिटायमेंट के पहले ही जीवन में एक संकल्प ले लिया दिव्यांग बच्चों की मदद का और पिछले 17 वर्षों से यह अनवरत चलता आ रहा है। पोलियो और क्लब फुट से पीडि़त 100 से अधिक बच्चों का अब तक ऑपरेशन करा चुके हैं। इनमें से 25 बच्चों के ऑपरेशन का खर्च उन्होंने स्वयं उठाया है। नगर के वार्ड 7 निवासी समाजसेवी टीपी मिश्रा 2002 से उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान से जुड़े हैं। संस्थान से जुडऩे के साथ ही उन्होंने गरीबों और असहायों की मदद का काम शुरू किया। इसके लिए वे हर वर्ष संस्थान को अपनी पेंशन से 20 हजार रुपए भेजते हैं। साथ ही शहर के दानदाताओं से एकत्र कर 50 हजार सालाना भी भेजते हैं। इस वर्ष 11 नवंबर को ही उन्होंने 29 हजार 600 रुपए भेजे हैं। बाकी की रकम एकत्र कर रहे हैं। यह काम उनके जीवन के प्रमुख कार्यों  में शामिल है। कुछ भी हो जाए, वर्ष में 70 हजार रुपए उनको भेजने ही हैं। उनका कहना है कि जब बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो जाते हैं तो उन्हें बहुत खुशी मिलती है।  
इस तरह हुई शुरुआत 
 वर्ष 2002 में वे राजस्थान घूमने गए थे। तब नारायण सेवा संस्थान भी गए। यहां उनके सामने एक विदेशी ने काफी ज्यादा राशि संस्थान को दान की और चले गए। उन्हें जानने की उत्सुकता हुई कि आखिर इतनी बड़ी राशि दान में क्यों दे गए। जब वे संस्थान के अंदर के गए तो लोगों का दर्द देखकर द्रवित हो गए। उसी दिन ठान लिया था कि अपनी कमाई का एक हिस्सा वे इन गरीबों के मदद के लिए दान देंगे और हर वर्ष 20 हजार रुपए की मदद शुरू कर दी। उन्हें लगा कि यह राशि काफी नहीं है तो नगर के कुछ गणमान्य नागरिकों से इस संबंध में बात की और हर वर्ष उनके 50 हजार रुपए कलेक्ट करके भी भेजने लगे। एक मरीज के ऑपरेशन में 5 हजार रुपए खर्च होते हैं।
80 बच्चों को उदयपुर लेकर गए
संभाग में क्लब फुट और पोलयो से पीडि़त बच्चों के लिए दो बार रोटरी क्लब से सहयोग से कैंप आयोजित किया गया। एक 2016-17 में और दूसरा 2018-19 में। कैंप के लिए बच्चों को गांव-गांव जाकर टीपी मिश्रा और विनय तिवारी ने ढूढ़ा। दोनों कैंप में चिन्हित किए गए 80 बच्चों को ट्रेन में अपने साथ उदयपुर ले जाकर  और 15 दिन रुककर टीपी मिश्रा ने उनका ऑपरेशन कराया। 
अपने खर्च पर 25 का कराया ऑपरेशन
टीपी मिश्रा ने अपने खर्च पर अब तक 25 मरीजों का ऑपरेशन कराया है। मार्च 2019 में पांच बच्चों का, फरवरी 2019 में पांच का, जून 2018 में पांच का, मार्च 2018 में पांच का और दिसंबर 2010 में पांच बच्चों का ऑपरेशन कराया। इस वर्ष उन्होंने दो युवाओं के ऑपरेशन कराए हैं, जो बिल्कुल भी चल नहीं पाते थे। आज दोनों ट्रैक्टर चला रहे हैं। इनमें से एक है कोटवार कला निवासी रमेश कोल और दूसरा जोरा जयसिंहनगर निवासी रूप राज वैश्य। एक का ऑपरेशन मई में, दूसरे का जुलाई में हुआ। दोनों पता पूछते हुए इनके पास आए थे। 
ये हैं मददगार : मिश्रा बताते हैं जो लोग इस काम में आर्थिक रूप से सहयोग करते हैं उनमें एमएल मंत्री, मनोहर लाल शर्मा, महेश अग्रवाल, एमएल शर्मा, राजेश गुप्ता, मनोज गुप्ता, विनय तिवारी, अशोक बोहरा, राजेश गुप्ता एलआईसी, अशोक सराफ, आरएस शर्मा, केके गुप्ता और माधव हार्डवेयर शामिल हैं।
 

Created On :   18 Nov 2019 5:17 PM IST

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