1 मई को नहीं खुल सकेगा मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग

Mumbai-Nagpur Samruddhi Highway will not open on May 1st
1 मई को नहीं खुल सकेगा मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग
1 मई को नहीं खुल सकेगा मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना महामारी की मार नागपुर-मुंबई हिंदू हृदयसम्राट बालासाहब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग परियोजना पर पड़ी है। कोरोना संकट के कारण महाराष्ट्र दिवस पर 1 मई से समृद्धि महामार्ग का नागपुर से शिर्डी तक का मार्गआवागमन के लिए नहीं खुल सकेगा। अब नागपुर से शिर्डी तक के मार्ग पर परिचालन शुरू होने मेंऔर दो महीने का समय लग सकते हैं। सोमवार को प्रदेश के महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल (एमएसआरडीसी) के राज्य मंत्री संजय बनसोडे ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में यह जानकारी दी। बनसोडे ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से समृद्धि महामार्ग के नागपुर से शिर्डी तक से मार्ग को परिचालन के लिए 1 मई को खोलने की घोषणा की गई थी। लेकिन राज्य में कोरोना महामारी का संकट गहरा गया है। इस कारण समृद्धि महामार्ग परियोजना के निर्माण कार्य के लिए मजदूरों की भी समस्या है। बनसोडे ने कहा कि नागपुर से शिर्डी तक का समृद्धि महामार्ग परियोजना का काम पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि अगले दो महीने में काम पूरा होने के बाद नागपुर से शिर्डी तक के मार्ग का शुभारंभ कर दिया जाएगा। 

इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र दिवस पर 1 मई को समृद्धि महामार्ग के नागपुर से शिर्डी तक की सड़क को खोलने की घोषणा की थी। लेकिन कोरोना के कारण निश्चित समय पर काम पूरा नहीं हो पाया है। भाजपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग बनाने की घोषणा की थी।यह फडणवीस कीमहत्वाकांक्षी परियोजना थी। 

समृद्धि महामार्ग पर एक नजर

नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग 701 किमी लंबा है। जबकि महामार्ग 120 मीटर चौड़ाई है। महामार्ग पर आठ लेन का बनाया जाएगा। समृद्धि महामार्ग नागपुर के बुटीबोरी, वर्धा, अमरावती, जालना, औरंगाबाद और नाशिक से होते हुए शिर्डी तक गुजरेगा। समृद्धि महामार्ग राज्य के 10 जिले, 26 तहसीलों और 392 गांवों से होकर गुजरेगा। यह परियोजना पूरा होने के बाद 24 जिले आपस में जुड़ सकेंगे। परियोजना पूरी होने के बाद नागपुर से मुंबई तक की यात्रा 8 घंटे में पूरा की जा सकेगी। बीते बजट सत्र में महाराष्ट्र विधानमंडल में पेश की गई आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार परियोजना पर 25,165.34 करोड़ रुपए खर्च हो चुके थे। जबकि परियोजना की कुल लागत 55,335.34 करोड़ रुपए है। 

 

Created On :   26 April 2021 2:36 PM GMT

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