बदलेगी मुंबई की लोकल ट्रेन की तस्वीर, केंद्रीय बजट में नया रेल नेटवर्क बनाने की घोषणा

Mumbais local will change, new railway network in central budget
बदलेगी मुंबई की लोकल ट्रेन की तस्वीर, केंद्रीय बजट में नया रेल नेटवर्क बनाने की घोषणा
बदलेगी मुंबई की लोकल ट्रेन की तस्वीर, केंद्रीय बजट में नया रेल नेटवर्क बनाने की घोषणा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय बजट के साथ पेश रेल बजट में मुंबई के उपनगरीय रेल यात्रियों को बड़ी राहत दी है। मुंबई की लोकल ट्रेनों में भारी भीड़ के चलते हर रोज कई लोगों की जान जाती है। मौजूदा रेल पटरी पर लोकल ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी संभव नहीं है। इस लिए लोकल ट्रेनों के लिए 150 किलोमीटर का अतिरिक्त उपनगरिय नेटवर्क बनाने का फैसला लिया गया है। इसके लिए केंद्रीय बजट में 40 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है। यह कुछ क्षेत्रों में एलिवेटेड भी होगा। साथ ही लोकल ट्रेन सेवाओं में सुधार के लिए 90 किलोमीटर रेल लाईन के दोहरीकरण पर 11 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। 


प्रतिदिन 60 लाख से अधिक लोग करते हैं यात्रा

फिलहाल मध्य रेलवे हर रोज 1732 और पश्चिम रेलवे 1355 लोकल ट्रेन सेवाएं चलाती है। इससे प्रतिदिन 60 लाख से अधिक लोग यात्रा करते हैं। बढ़ती जनसंख्या के चलते सुबह-शाम के व्यस्त समय में इन लोकल ट्रेनों में भारी भीड़ होती है। जिसके चलते आए दिन लोकल ट्रेन से गिर कर लोगों की मौत होती रहती है। यह दुनिया का सर्वाधिक घनत्व वाला रेलखंड है। पश्चिम रेलवे के एक अधिकारी कहते हैं कि अब मौजूदा रेल पटरी पर और अधिक रेल सेवाएं चलाना बेहद मुश्किल होता जा रहा है।


महानगर के रेलयात्रियों को राहत

नए रेल नेटवर्क बनाने की घोषणा से महानगर के रेलयात्रियों को निश्चित ही राहत मिलेगी। मध्य रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुनील उदासी ने कहा कि केंद्रीय बजट में रेलवे के लिए कई घोषणाओं से लोग खुश हैं। इससे मुंबई में लोकल ट्रेन सेवाओं को और सुविधाजनक बनाने में मदद मिलेगी।     


लोकल से जुड़ी कुछ खास बातें

मुंबई उपनगरीय रेलवे दो मण्डलीय भुजाओं, पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे द्वारा संचालित हैं। जो भारतीय रेल की दैनिक यात्री क्षमता का भार उठाती है। यह विश्व की सर्वाधिक यात्री घनत्व वाली उपनगरीय रेल सेवा है। इन मार्गों पर चलने वाली रेलगाड़ियों को स्थानीय लोग लोकल कहते हैं। भारतीय रेल एवं मुंबई उपनगरीय रेलवे, दोनों अंग्रेज़ों द्वारा अप्रैल 1853 में बनवाई गई थी। जिसके तहत पहली रेल मुंबई से ठाणे तक 34 कि॰मी॰ की दूरी बीच चली थी। 

 

Created On :   1 Feb 2018 6:17 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story