इस साल मई से आएगी मुजफ्फरपुर की शाही लीची गोदान एक्सप्रेस-पटना कुर्ला जैसी ट्रेनों से होगी ढुलाई
डिजिटल डेस्क, मुंबई सुजीत गुप्ता. मुजफ्फरपुर की शाही लीची का स्वाद मुंबईकरों को काफी पसंद आता है। ज्यादा मांग के चलते किसान भारी मात्रा में लीची देश की आर्थिक राजधानी में पहुंचाना चाहते हैं। इसमें अब रेलवेअब उनकी मदद करेगी। किसानों की मांग पर इस साल रेलवे ने लीची की ढुलाई के लिए 24 टन की क्षमता वाले वीपी कोच का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। हालांकि इस बार मौसम में बदलाव के चलते मुजफ्फरपुर की शाही लीची अप्रैल के बजाय मई में मुंबई पहुंचेगी। शाही लीची ज्यादा टिकाऊ नहीं होती इसलिए कोशिश है कि इसे जल्द मुंबई के बाजारों तक पहुंचाया जाए। वीपी कोच के चलते इसमें भी मदद मिलेगी।शाही लीची ज्यादा मात्रा में और जल्द मुंबई के ग्राहकों तक पहुंचाने को लेकर रेलवे अधिकारियों और लीची उत्पादक किसानों के बीच हाल ही में एक बैठक हुई जिसके बाद यह फैसला किया गया। बिहार के लीची उत्पादक किसानों ने रेलवे को प्रस्ताव दिया था जिसके बाद रेलवे ने मई के दूसरे सप्ताह से लीची की ढुलाई करने की बात कही है। इसके लिए रेलवे ने एस एल आर कोच के अलावा वीपी कोच से का भी इस्तेमाल करने की बात कही है। गौरतलब है कि एकएसएलआर कोच की माल ढुलाई क्षमता 4 टन और वीपी कोच की क्षमता 24 टन होती है।
मुंबई है लीची का बड़ा बाजार
मुंबई में लीची का बड़ा बाजार है और सीजन में 800 से एक हजार टन की खपत होती है। लीची कारोबारी जितेंद्र बालश्राफ ने बताया कि सड़क मार्ग, हवाई मार्ग और रेलवे का इस्तेमाल कर लीची मुंबई लाई जाती है लेकिन पिछले कुछ समय से सड़क मार्ग से लीची का आवक कम हो गई है। इसकी वजह रास्ते में ही इसका खराब हो जाना है। लीची चार दिनों में खराब होनी शुरू हो जाती है।
इन ट्रेनों से आएगी शाही लीची
रेल अधिकारियों का कहना है कि किसानों की डिमांड है की उत्तर बिहार से मुंबई जाने के लिए रोजाना पवन एक्सप्रेस व अवध एक्सप्रेस ट्रेन है। इसके अलावा तीन और ट्रेन जो मुजफ्फरपुर से होकर गुजरती है या नजदीक के दूसरे स्टेशनों तक आती है, उन्हें भी मुजफ्फरपुर से लीची की ढुलाई के लिए दिया जाए।शाही लीची पवन एक्सप्रेस,अवध एक्सप्रेस के अलावा छपरा से लोकमान्य तिलक जाने वाली गोदान एक्सप्रेस और पटना-कुर्ला एक्सप्रेस में एक वीपी अटैच कर लाया जाएगा।
Created On :   19 March 2023 2:47 PM GMT