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महाराष्ट्र में कोरोना से मौत के मामले ज्यादा, नागपुर में मरीजों की संख्या हुई 127
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देशभर में कोरोना संक्रमित कुल मरीजों में से करीब 29 फीसदी जबकि मारने वाले 39 फीसदी महाराष्ट्र के है। आंकड़ों से साफ है कि देश के औसत 3.11 के मुकाबले राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्युदर ज्यादा है। यहां पॉजिटिव पाए गए मरीजों में से 4.23 फीसदी लोग काल के गाल में समा गए हैं। हालांकि दुनिया में मृत्युदर 6.90 है जो देश और राज्य से काफी ऊंची है। रविवार को राज्य सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा शिक्षा एवं औषधि विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। हैरानी की बात ये है कि बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए मशहूर महाराष्ट्र के मुकाबले पिछड़े माने जाने वाले राज्यो में बिहार में मृत्युदर सबसे कम 0.82 फीसदी है। राहत की बात है कि देश के 11 राज्यों में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है। जारी आंकड़ों के मुताबिक रविवार सुबह तक देश में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 26496 और मरने वालों की संख्या 824 थी। जबकि महाराष्ट्र में कुल मरीजों की संख्या 7628 और मरने वालों की संख्या 323 तक पहुंच चुकी है। कोरोना मरीजों के मामले में गुजरात दूसरे नंबर पर है जहां मरीजों का आंकड़ा 3071 और मरने वालों की संख्या 133 है। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2096 जबकि मारने वालों की संख्या 99 है। 4.72 फीसदी मृत्युदर के साथ राज्य इस मामले में तीसरे नंबर पर है। सबसे ऊंची 8.33 की मृत्युदर मेघालय में है हालांकि यहां सिर्फ 12 मरीज है और एक कि मौत हुई है। पंजाब में मृत्युदर 5.70 है। यहां 298 मरीज हैं और 17 कि मौत हुई है।
दुनिया देश महाराष्ट्र
कुल मामले 2719897 26496 7628
नए मामले 93716 1990 811
कुल मौत 187705 824 323
मृत्युदर 6.90% 3.11% 4.23%
नागपुर में मरीजों की संख्या हुई 127
वहीं उपराजधानी नागपुर में रविवार को तीन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पहले शनिवार को 19 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही शहर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या अब बढ़कर 127 हो गई है। जिनकी जांच एम्स में हुई। शनिवार सुबह 2 और देर रात 17 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उन्हें वानाडोंगरी स्थित क्वारंटाइन सेंटर में लोगों के साथ रखा गया था, किन्तु वहां स्थानीय नागरिकों की ओर से क्वारंटाइन सेंटर का विरोध करने के बाद देर शाम को उन्हें शहर के पांचपावली क्वारंटाइन सेंटर में स्थानांतरित कर दिया गया था।
रमजान के साथ आया घर जाने का मौका, सात लोग मेडिकल से डिस्चार्ज हुए और 25 क्वारंटाइन सेंटर्स से पहुंचे घर
उधर शुक्रवार को चांद के नजर आने के साथ ही रमजान का पवित्र माह शुरू हो गया। इस मुबारक समय पर सात लोगोंं को अस्पताल और 25 लोगों को क्वारंटाइन से घर लौटने का मौका मिला है। शुक्रवार देर रात मेडिकल से सतरंजीपुरा के पांच लोगों को डिस्चार्ज किया गया। इसके पूर्व दो लोग डिस्चार्ज हो चुके थे। ये सभी फिलहाल अपने-अपने घरों में होम क्वारंटाइन हैं। ये सभी अब अपनों के बीच रमजान की इबादत कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि नागपुर में कोरोना के कारण मोमिनपुरा, भालदारपुरा और सतरंजीपुरा से सत्तर से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 350 से ज्यादा लोग विभिन्न क्वारंटाइन सेंटर्स में आइसोलेशन
अब्दुल बारी पटेल, सचिव, इदारा ए तहफिजुल कुरान लाल बिल्डिंग मरकज के मुताबिक क्वारंटाइन किए गए जमात के सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई। अब जमात के साथ लोगों का उपचार मेयो में जारी है बाकी सभी को होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया है। इस सभी की रहने की व्यवस्था जमात की तरफ से की गई है। इन्हें जहां भी रखा गया है वहां के लोगों से अपील है कि ये लोग क्वारंटाइन की अवधि पूरी करके आए हैं और प्रशासन की इजाजत से आए हैं। उनसे किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। रमजान के पाक मौके पर सभी अल्लाह की इबाबत करें।
Created On :   26 April 2020 4:27 PM IST