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नागपुर के कारोबारी को ठगने वाले पाकिस्तान भागने की कर रहे थे तैयारी, पुलिस ने दबोचा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गणेशपेठ क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी को कम दाम में एसी दिलाने का झांसा देकर चार आरोपियों ने उससे लाखों रुपए ठग लिए। पुलिस ने इस प्रकरण में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में पिता-पुत्र और दो महिलाएं शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों के नाम मो. अहमद मो. चांदपाशा (25), मो. चांदपाशा मो. हुसैन (62), जमीलाबानो मो. चांदपाशा (47) और साजिया जुबैर आलम (29), पैरामाउंट ली वेब अपार्टमेंट, सूर्यानगर टोली चौकी, तेलंगाना, हैदराबाद निवासी हैं। आरोपी मो. अहमद और उसके पिता मो. चांदपाशा और मां जमीलाबानो भी इस प्रकरण में आरोपी हैं। सभी आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार रहने के ठिकाने बदल रहे थे। आरोपियों को पंजाब से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी विनोद राऊत को करीब 18 लाख 55 हजार रुपए का चूना लगाया है। चर्चा है कि, यह सभी आरोपी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान जाने की तैयारी में थे। उससे पहले ही पुलिस ने इन सभी को दबोच लिया गया।
कम दाम में एसी दिलाने का दिया था झांसा
पुलिस सूत्रों के अनुसार कर्नलबाग न्यू शुक्रवारी, गणेशपेठ निवासी विनोद हेड़ाऊ की मां बम्लेश्वरी इलेक्ट्रॉनिक्स इंटरप्राइजेस नामक होलसेल व रिटेल की दुकान है। अप्रैल से जुलाई-2019 के दरमियान चारों आरोपियों ने विनोद को एक प्रसिद्ध कंपनी के 80 नग एसी कम दाम में दिलाने का लालच दिया। इसकी कीमत करीब 33 लाख 75 हजार रुपए बताई थी। आरोपियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी विनोद का विश्वास हासिल करने के बाद विनोद ने अपनी मां बम्लेश्वरी इलेक्ट्रॉनिक्स इंटरप्राइजेस के खाते से तेलंगाना स्थित आरोपियों के अहमद इंटरप्राइजेस कंपनी के नाम पर एक खाते में 20 अप्रैल-2019 को 10 लाख रुपए और 9 मई-2019 को 18 लाख 75 हजार रुपए आरटीजीएस कर जमा किए, लेकिन विनोद राऊत को 80 नग एसी में से केवल 45 नग एसी ही मिले थे। आरोपियों ने विनोद को जो 45 नग एसी भेजे थे, वह एसी आर्डर के मुताबिक नहीं भेजे गए थे। एसी काफी घटिया दर्जे के थे। बकाया 35 नग एसी विनोद ने आरोपियों से बार-बार भेजने के लिए कहा, लेकिन आरोपियों ने उन्हें पूरे 35 नग एसी नहीं दिए। आरोपी अलग-अलग कारण बताकर टालमटोल करते रहे।
फर्जी ई-वे बिल बनाकर दूसरे को बेच दिया था माल
आरोपियों ने विनोद को बिना बताए ही विनोद की कंपनी के नाम पर 25 नग एसी (करीब 11 लाख 50 हजार रुपए) के फर्जी ई-वे बिल बनाकर दूसरे व्यक्ति को बेच दिए। विनोद अपनी बकाया रकम मांगने के लिए जब आरोपियों के घर गए, तब आरोपियों ने उन्हें थप्पड़ मारकर जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों ने विनोद के साथ करीब 18 लाख 55 हजार रुपए की धोखाधड़ी की है।
6 माह बाद पंजाब से गिरफ्तार
विनोद राऊत ने आरोपियों के खिलाफ गणेशपेठ थाने में शिकायत की थी। करीब 6 माह बाद पुलिस ने आरोपियों को पंजाब के सावरी विला के पास अर्बन स्टेट, फगवारा सिटी में जाल बिछाकर धरदबोचा। आरोपी मो. अहमद, मो. चांदपाशा , जमीलाबानो और साजिया जुबैर आलम से पुलिस ने करीब 90 हजार रुपए का माल जब्त किया है। आरोपी इस तरह के हथकंड़े अपनाकर कई कारोबारियों को चूना लगा चुके हैं। पुलिस उपायुक्त राहुल माकणीकर के मार्गदर्शन में गणेशपेठ थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक एस. कुमरे, उप-निरीक्षक पीएस तायड़े, हवलदार वीरेंद्र, नायब सिपाही निशिकांत, सचिन, नितीन, महिला सिपाही पिंकी यादव ने कार्रवाई में सहयोग किया।
Created On :   26 Nov 2019 12:47 PM IST