सदन में अतिक्रमण पर हंगामा, नागपुर महापौर को गुमनाम पत्र के जरिये मिली धमकी

Nagpur Mayor received threat through anonymous letter
सदन में अतिक्रमण पर हंगामा, नागपुर महापौर को गुमनाम पत्र के जरिये मिली धमकी
सदन में अतिक्रमण पर हंगामा, नागपुर महापौर को गुमनाम पत्र के जरिये मिली धमकी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कचरा संकलन और अतिक्रमण पर शनिवार को मनपा की विशेष सभा में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान फुटपाथ पर अतिक्रमण और हॉकर्स को लेकर भारी बवाल मचा। कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक प्रफुल गुड़धे और भाजपा नगरसेवक व शहर अध्यक्ष प्रवीण दटके के बीच तीखी नोक-झोंक देखने मिली। भाजपा ने जयताला में फुटपाथ पर अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों का समर्थन करने के मुद्दे पर प्रफुल्ल गुड़धे को घेरने की कोशिश की। गुड़धे ने कहा कि हॉकर्स कमेटी बनी नहीं है। हॉकर्स कमेटी तय करेगी कि उन्हें हटाना है या नहीं। इसे लेकर दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। इस दौरान विपक्ष ने सत्तापक्ष पर सभागृह में बोलने नहीं देेने का आरोप लगाया, तो सत्तापक्ष की ओर से अतिक्रमण का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेसी सदस्यों की सदस्यता रद्द करने की मांग की। इसे लेकर विपक्ष ने धमकी देने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी और हंगामा कर सभात्याग किया। 

अतिक्रमण पर भाजपा नगरसेवक प्रकाश भोयर ने बाजार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा िक दक्षिण-पश्चिम नागपुर में एक भी अधिकृत बाजार नहीं है। वहां अधिकृत बाजार शुरू किया जाए। कांग्रेस के नगरसेवक प्रफुल गुड़धे ने हस्तक्षेप कर जोन सभापति होने के नाते क्या प्रयास किए, सवाल किया। तब भोयर के बचाव में दटके खड़े हो गए। उन्होंने जयताला में फुटपाथ दुकानदारों का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में गुड़धे के बाधा बनने का आरोप लगाया। गुड़धे ने स्ट्रीट वेंडर प्रोटेक्शन एक्ट का हवाला देकर यह उपजीविका से जुड़ा मुद्दा रहने से हॉकर्स जोन कमेटी गठित किए बिना उन्हें हटाने पर पाबंदी लगाए जाने का पक्ष रखा। गुड़धे के जवाब से दटके संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने मनपा प्रशासन से सदन में एक्ट का वाचन करने की मांग रखी। प्रशासन की ओर से एक्ट का वाचन कर नोटिफाइड फुटपाथ दुकानदारों के संबंध में नीति निर्धारण करने का अधिकार हॉकर्स जोन कमेटी को दिए जाने का स्पष्टी करण दिया गया।

सदस्यता रद्द करने की धमकी

प्रशासन के जवाब पर गुड़धे ने कहा कि जब हॉकर्स जोन कमेटी का गठन होना है, तब उसे हटाने का मनपा को कोई अधिकार नहीं है। इस पर दटके ने उप-प्रश्न उपस्थित कर संंंबंधित फुटपाथ नोटिफाइड है या नान नोटिफाइड इसकी जानकारी मांगी। दटके के प्रश्न का प्रशासन की ओर से स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाया। इस दौरान गुड़धे और दटके के बीच नोक-झोंक शुरू हो गई। दटके के साथ भाजपा के अन्य सदस्य आक्रामक होकर बहस में कूद पड़े, जिससे सदन में हंगामा हो गया। अतिक्रमण का समर्थन करने पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने विपक्ष के सदस्यों की सदस्यता रद्द करने की धमकी तक दे डाली। विपक्ष को बोलने का मौका नहीं देने से नेता प्रतिपक्ष तानाजी वनवे ने अपने सदस्यों के साथ सभा का बहिर्गमन किया। हंगामा होने पर महापौर ने पांच मिनट के लिए सभा स्थगित कर दी। विपक्षी सदस्यों के बाहर िनकलने पर सत्तापक्ष के सदस्य महापौर के आसन के सामने जाकर नारेबाजी करने लगे। उधर विपक्ष के सदस्य सदन के बाहर नारेबाजी करने लगे।

फुटपाथ के दुकानदारों को नहीं हटाने देंगे


फुटपाथ व्यवसाय आजीविका से जुड़ा मसला है। कानून में उन्हें संरक्षण दिया गया है। जब तक हॉकर्स जोन नीति निर्धारण नहीं होती, उन्हें हटाने का अधिकार नहीं है। अगर हिम्मत है, तो सत्तापक्ष उन्हें हटाकर दिखाए। कांग्रेस पार्टी के नगरसेवक उनके बचाव में उतरेंगे। चाहे सदस्यता क्यों न गंवानी पड़े।
प्रफुल गड़धे, नगरसेवक कांग्रेस

कांग्रेस अतिक्रमण समर्थक

मनपा विशेष सभा में साफ हो गया कि अतिक्रमण के समर्थन में कौन है और िवरोध में कौन है। सत्तापक्ष शहर को अतिक्रमण मुक्त करना चाहता है। इस विषय पर सदन में चर्चा चल रही थी। कांग्रेस के नगरसेवकों ने बीच में हस्तक्षेप कर चर्चा में बाधा डालने का प्रयास किया। वे शहर को अतिक्रमण में जकड़कर रखना चाहते हैं।
प्रवीण दटके, नगरसेवक तथा पूर्व महापौर

3 दिन में शुरू होगी कार्रवाई 

शहर अतिक्रमण की चपेट में है। समस्या से निपटने 3 दिन में अतिक्रमण कार्रवाई शुरू की जाएगी। जो इस कार्रवाई का िवराेध करेगा, उसके िखलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। यातायात में आ रही बाधा दूर करने प्रवीण दटके की अध्यक्षता में कमेटी गठित की जाएगी। 30 दिसंबर तक कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद पुलिस की सहायता से टैवल्स संचालकों पर नकेल कसी जाएगी।
संदीप जोशी, महापौर
 

महापौर को मिली धमकी


इसके अलावा महापौर संदीप जोशी को गुमनाम पत्र भेजकर उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी गई है। धमकी राजनीतिक रंजिश अथवा अतिक्रमण कार्रवाई के चलते देने की आशंका व्यक्त की गई है। पुलिस प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए उन्हें सुरक्षा लेने को कहा है, लेकिन महापौर ने सुरक्षा लेने से इनकार किया है। प्रकरण असंज्ञेय श्रेणी के तहत दर्ज किया गया है। महापौर ने नागरिकों की समस्याओं को दूर करने सुझाव के लिए शहरभर में सूचना पेटियां लगवाई हैं। शुक्रवार को सदर क्षेत्र में हल्दीराम मिष्ठान भंडार के बाजू में लगी सूचना पेटी क्रमांक 96 में एक गुमनाम पत्र मिला है। पत्र में उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। इसके बाद शनिवार को यह मामला सदर थाना पहुंचा। धमकी को लेकर महापौर ने बताया कि उनकी किसी से रंजिश व राजनीतिक बैर नहीं है।
 

 

Created On :   8 Dec 2019 11:53 AM GMT

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