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नाणार रिफायनरी परियोजना : अधिग्रहण आदेश रद्द करने देसाई ने फिर लिखा CM को पत्र

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोंकण के रत्नागिरी की ग्रीन रिफायनरी परियोजना को लेकर प्रदेश के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच खींचतान जारी है। देसाई ने रिफायनरी परियोजना के भूमि अधिग्रहण से जुड़ी अधिसूचना को रद्द करने के लिए मुख्यमंत्री को स्मरण पत्र लिखा है। मंगलवार को देसाई ने मंत्रालय में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि अधिसूचना रद्द करने को लेकर उद्योग विभाग की तरफ से प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री के पास भेज दिया गया है। अब मुख्यमंत्री को इस पर अंतिम फैसला करना है। देसाई ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से अपील कि है कि वह जल्द ही इस पर फैसला करें। इसके साथ ही मैं उन्हें लगातार इस बारे में याद दिलाता रहता हूं। देसाई ने कहा कि मुख्यमंत्री भले ही परियोजना के पक्ष में बोल रहे हैं। यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि हम परियोजना को जबरन नहीं थोपेंगे। इसलिए हमें उम्मीद है कि परियोजना नहीं लगेगी।
बाढ़ की स्थिति जानने ड्रान की मदद
उद्योग मंत्री देसाई ने कहा कि अच्छी बारिश के कारण ठाणे के बदलापुर के पास स्थित बारवी बांध में पानी लबालब भरा है। इसलिए एमआईडीसी की तरफ से बाढ़ की स्थिति जानने के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है। ड्रोन के माध्यम से पता चलता है कि बांध में जलस्तर कितना है। इससे संबंधित विभाग को जरूरी सूचना दी जाती है। देसाई ने बताया कि एमआईडीसी ने अपना भूखंड बेचने के लिए एक बार ड्रोन का उपयोग किया था। देसाई ने बताया कि स्वीडन के उद्योग समूह ने पुणे के चाकण एमआईडीसी के भूखंड को ड्रोन के जरिए देखा था। जिसके बाद मुंबई में बैठकर ही उस भूखंड को लेने का फैसला कर लिया था।
Created On :   24 July 2018 7:24 PM IST