- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली...
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली युवक-युवतियों को एसटी महामंडल में नौकरी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के नक्सल ग्रस्त गडचिरोली जिले में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली युवक-युवतियों को राज्य सरकार एसटी महामंडल में नौकरी देने जा रही है। शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे शहिद सम्मान योजना के तहत शहीद जवानों के परिजनों को नौकरी के साथ ही शहीद कि पत्नी को आजीवन एसटी की बसों में मुफ्त यात्रा के लिए पास दिया जाएगा। वीर बिरसा मुंडा पुनर्वसन प्रकल्प" के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलवादी युवक-युवतीयों को राज्य परीवहन महामंडळाच्या (एसटी महामंडल) में विभिन्न पदों पर नियुक्ति दी जाएगी। राज्य के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने शनिवार को यह घोषणा की। रावते एसटी महामंडल मुख्यालय में एसटी की स्लीपर बसों के लोकार्पण व राज्य में 15 जगहों पर बस पोर्ट बनाने के लिए भूमिपूजन समारोह में बोल रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे।
एसटी डिपो पर सिनेमाघर
इस मौके परमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मल्टी मॉडल बस पोर्ट तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एसटी डिपो में लोगों को कई घंटे बीताने पड़ते हैं। इसके लिए एसटी डिपो में मराठी फिल्मों के लिए थियेटर बनने पर भी विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एसटी के ट्रेनी चालकों को प्रशिक्षण के दौरान प्रति महिने मिलने वाले भत्ते को 2500 रुपए किया जाएगा।
एसटी में आदिवासी महिला चालक
एसटी की बसो को चलाने के लिए आदिवासी महिला चालकों की भर्ती की जाएगी। इस साल दिवाली से आदिवासी महिलाएं एसटी की स्टेयरिंग संभाले दिखाई देगी। फिलहाल यवतमाल की एक आदिवासी महिला का चालक के लिए चयन किया गया है। दिवाली से यह महिला एसटी बस चलाते दिखाई देगी। साथ ही एसटी के बेडे में दो नई तरह की बसों को शामिल किया गया है। परिवर्तन बस और स्लीपर बस का लोकार्पण किया गया है। इस मौके पर यवतमाल में किटनाशक की वजह से जान गवाने वाले खेत मजदूर देवीदास मडावी के बेटे संदीप मडावी को बस चालक का नियुक्ति पत्र दिया गया।
Created On :   21 Jan 2018 10:09 PM IST