मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों के साथ खड़ी गाड़ी मिलने के मामले की NIA करेगी जांच, उद्धव बोले- कुछ तो गड़बड़ है

NIA will investigate the case of a vehicle parked with explosives outside Mukesh Ambanis house
मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों के साथ खड़ी गाड़ी मिलने के मामले की NIA करेगी जांच, उद्धव बोले- कुछ तो गड़बड़ है
मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों के साथ खड़ी गाड़ी मिलने के मामले की NIA करेगी जांच, उद्धव बोले- कुछ तो गड़बड़ है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर संदिग्ध हालत में विस्फटकों के साथ खड़ी गाड़ी (कार) मिलने के मामले की जांच सोमवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी है। हालांकि महाराष्ट्र सरकार इस मामले की जांच पहले ही एटीएस के तरफ से करवा रहीं है। एनआईए ने कहा कि उसे मुंबई पुलिस द्वारा संभाले जा रहे मामले की जांच के लिए गृह मंत्रालय से आदेश मिले हैं और वह केस को फिर से दर्ज करने की प्रक्रिया में है। गौरतलब है कि 25 फरवरी को अंबानी के मुंबई के बहुमंजिला घर एंटीलिया के पास एक स्कॉर्पियो कार के अंदर जिलेटिन की छड़े रखी हुई मिली थी। वाहन के अंदर एक पत्र भी मिला। 


एनआईए जांच पर उद्धव ने कहा, कुछ तो गड़बड़ है

उधर इस मामले की जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संदिग्ध बताया है। सोमवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) मनसुख हिरेन की मौत से जुड़े मामले की जांच कर रहा है। केवल एक व्यक्ति के लिए नई व्यवस्था नहीं तैयार की जा सकती। इससे पहले की सरकार में भी यही व्यवस्था थी। हम इस पर पूरा भरोसा करते हैं। एटीएस जांच कर रही है इसके बावजूद अगर केंद्र मामले की जांच एनआईए को सौंप देता है तो इसका मतलब है कि मामले में किसी तरह की साजिश है। उन्होंने कहा कि कुछ तो गड़बड़ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जब तक इसका भंडाफोड़ नहीं कर देते हार नहीं मानेंगे। वहीं मामले में गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि हिरेन की मौत के मामले में एटीएस हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है और जो भी दोषी पाया गया उसे छोड़ा नहीं जाएगा। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि 25 फरवरी को कारमाइकल रोड पर खड़ी जिलेटिन लदी स्कॉर्पियों कार मामले से जुड़ी जांच के लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय से मिले आदेश के बाद मुंबई के गामदेवी पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के मामले में नए सिरे से एफआईआर दर्ज कर छानबीन की जाएगी। वहीं एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोटक लदी कार मामले की जांच एनआईए करेगी लेकिन मनसुख हिरेन की हत्या से जुड़े मामले की जांच अब भी एटीएस के पास है। 
 

Created On :   8 March 2021 8:48 PM IST

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