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नीलेश बोले - दीपक केसरकर के लिए राणे परिवार के पास ड्राइवर की नौकरी खाली है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश भाजपा के सचिव नीलेश राणे ने शिवसेना के बागी शिंदे गुट के मुख्य प्रवक्ता दीपक केसरकर के केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार होने वाले बयान पर तंज कसा है। पूर्व सांसद नीलेश ने कहा कि केसरकर के कारण राणे परिवार का काम नहीं रूका था। फिर भी यदि वह राणे परिवार के साथ काम करना चाहते हैं तो 1 सिंतबर से हमारे यहां पर ड्राइवर की नौकरी खाली हो रही है। केसरकर हमारे पास ड्राइवर की नौकरी के लिए आ सकते हैं। नीलेश ने कहा कि यदि केसरकर ने नाखून लगाने की कोशिश की तो हम उन्हें फाड़कर रख देंगे। हम लोगों ने कभी ठाकरे परिवार का नहीं सुना है। हम केसरकर की तो गिनती भी नहीं करते। नीलेश ने कहा कि केसरकर ने नारायण राणे पर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में शिवसेना के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे की बदनामी का आरोप लगाया है। लेकिन केसरकर को पहले पता लगा लेना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट में आदित्य का नाम क्यों लिया गया था? उन्हें इस मामले में भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के बयानों की जानकारी लेनी चाहिए। इसके बाद केसरकर को राणे परिवार के खिलाफ बोलना चाहिए। नीलेश ने कहा कि केसरकर को मानसिक रोग हो गया है। वह कभी ठाकरे परिवार की आलोचना करते हैं तो दूसरे दिन उनके बारे में अच्छा बोलते हैं। उन्हें अपने हैसियत में रहना चाहिए। इसके पहले बीते शुक्रवार को केसरकर ने आरोप लगाया था कि सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में नारायण राणे ने तत्कालीन पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने बदनामी की थी।
इसके एक दिन बाद शनिवार को केसरकर ने कहा था कि मैं आगामी समय में कभी नारायण राणे का नाम नहीं लूंगा। क्योंकि मैं जब भी नारायण राणे के बारे में अच्छा याफिर बुरा बोलता हूं उसको मेरा और उनके साथ हुए पुराने विवाद से जोड़ दिया जाता है। इसलिए मैं आगामी समय में नारायण राणे का नाम नहीं लूंगा। केसरकर ने कहा था कि मैं सिंधुदुर्ग के विकास के लिए नारायण राणे के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हूं। केसरकर के आरोप से नारायण राणे नाराज हो गए थे। इसके बाद शनिवार को देर रात शिवसेना के शिंदे गुट के प्रवक्ता किरण पावसकर ने नारायण राणे से मुलाकात कर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की थी। पावसकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर नारायण राणे से मिलने के लिए गए थे। केसरकर के बयान से नारायण राणे की नाराजगी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि केसरकर स्पष्टीकरण दे चुके हैं। इसलिए यह मामला अब खत्म हो चुका है।
Created On :   7 Aug 2022 7:26 PM IST