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स्कूलों में गीता नहीं तो क्या फतवा-ए- आलमगीरी का पाठ होगा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई मनपा के स्कूलों में भगवद गीता पाठ की अनुमति को लेकर राजनीतिक गरमाने के आसार नजर आ रहे हैं। भाजपा की नगर सेविका योगिता काले की मांग का समाजवादी पार्टी (सपा) ने विरोध किया है। इसके मद्देनजर भाजपा के विधायक नितेश राणे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मुंबई मनपा के स्कूलों में गीता पाठ अनुमति देने की मांग की है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि स्कूलों में यदि गीता पाठ नहीं होगा तो विद्यार्थी क्या औरंगजेब का फतवा-ए- आलमगीरी का पठन करेंगे? नितेश ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हिंदू हृदयसम्राट शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे के पुत्र के रूप में मुख्यमंत्री गीता पाठ के समाजवादी पार्टी के विरोध के आगे नहीं झुकेंगे।
वे गीता पाठ की अनुमति के लिए तत्काल निर्देश देंगे। नितेश ने कहा कि भाजपा की नगरसेविका योगिता ने गीता पाठ की अनुमति देने के लिए मुंबई मनपा की महापौर किशोरी पेडणेकर को पत्र दिया है। जिसके बाद सपा ने इसका विरोध किया है। सपा का विरोध दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। नितेश ने कहा कि भारतीय संस्कृति और योग ज्ञान को पूरे विश्व ने स्वीकारा है। अमेरिका की सेटॉन हॉल यूनिवर्सिटी में भगवद गीता और प्रबंधन का कोर्स पढ़ाया जाता है।
Created On :   20 Feb 2022 7:20 PM IST