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अवैध पंडालों पर नियंत्रण के लिए बना साफ्टवेयर, नई मुंबई मनपा ने किया तैयार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गणेशोत्सव और नवरात्री के दौरान बननेवाले अवैध पंडाल पर नजर रखने के लिए नई मुंबई महानगरपालिका की ओर से बनाए गए इस साफ्टवेयर का इस्तेमाल राज्य की सभी महानगरपालिकाएं करें। राज्य सरकार इसकेस लिए विचार करे। बांबे हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान यह सुझाव दिया। नई मुंबई महानगरपालिका ने जो साफ्टवेयर तैयार किया है उससे मंडलों को पंडाल की अनुमति के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा। इस आवेदन को फायरब्रिगेड व ट्रैफिक विभाग के अधिकारी भी देख सकेंगे। इन दोनों विभागों की एनओसी के बाद ही आवेदन पर विचार किया जाएगा।
तस्वीर जीपीएस सिस्टम पर होगी अपलोड
इसके बाद मनपा के इंजीनियर साइट पर जाकर पंडाल के जगह की तस्वीर निकालकर उसे जीपीएस सिस्टम पर अपलोड करेंगे। यह सारी प्रक्रिया उत्सव के दो महीने पहले से शुरु होगी। उत्सव के दस दिन पहले किए जानेवाले आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही यदि किसी मंडल का पंडाल ट्रैफिक में अवरोध करता है तो उसे अनुमति नहीं प्रदान की जाएगी। न्यायमूर्ति अभय ओक व न्यायमूर्ति पीएन देशमुख की खंडपीठ ने नई मुंबई महानगरपालिकाओं की ओर से तैयार किए गए साफ्टवेयर की खूबियों की जमकर सराहना की। इसके साथ ही कहा कि सरकार इस साफ्टवेयर को परखे और इसका प्रयोग करे। फिर राज्य की सभी महानगरापिलकाओं को इस साफ्टवेयर को अपनाने का निर्देश देने पर विचार करे।
अवैध पंडालों को रोकने कमेटी बनाए सभी जिलाधिकारी
इससे पहले खंडपीठ ने राज्य की अलग-अलग महानगरापलिकाओं के हलफनामे पर गौर करने के बाद पाया कि उत्सव के दौरान सार्वजनिक जगहों पर अवैध पंडाल बनाए गए थे। ऐसा न हो इसके लिए अदालत ने हर जिले के जिलाधिकारी को राजस्व विभाग के अधिकारियों की कमेटी बनाने को कहा था। यह कमेटी इस बात की निगरानी करेगी कि उत्सव के दौरान अवैध पंडाल न बनाए जाए। लेकिन इस दौरान नई मुंबई महानगरपालिका के वकील ने खंडपीठ को बताया कि महानगरपालिका ने एक ऐसा साफ्टवेयर तैयार किया है, जिसके तहत पंडालों पर न सिर्फ निगरानी रखी जा सकेगी।
Created On :   8 Feb 2018 8:46 PM IST