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महाराष्ट्र में सामुदायिक संक्रमण नहीं, कोरोना मरीजों से अस्पताल में मिल सकेंगे परिजन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य के कोविड अस्पतालों में भर्ती कोरोना के मरीजों से अब उनके परिजन मुलाकात कर सकेंगे। राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी कोविड अस्पतालों को मरीज और परिजन की मुलाकात के लिए अस्पताल में जगह चिन्हित करने के आदेश दिए हैं। गुरुवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी। पत्रकारों से बातचीत में टोपे ने कहा कि यदि कोरोना के मरीज आईसीयू में नहीं होंगे तो वह अपने परिवार के लोगों से मुलाकात कर सकेंगे। इसके लिए अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जानकारी उनके परिजनों को मिल सके। इसके लिए हर अस्पताल में एक समर्पित हेल्पलाइन सेवा शुरू की जाएगी। टोपे ने कहा कि कोविड अस्पतालों के प्रबंधन की निगरानी के लिए जिलाधिकारी और मनपा आयुक्त की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाएगी। टोपे ने कहा कि राज्य सरकार ने सामाजिक संस्था और निजी एंबुलेंस के लिए को अधिगृहीत करने का फैसला किया है। संबंधित जिलाधिकारी और मनपा द्वारा तय किए गए एंबुलेंस की दर से ज्यादा पैसे लेने वालों का लाइसेंस रद्द किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन को एंबुलेंस सेवा के लिए एक हेल्प लाइन नंबर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इससे मरीज के परिजन एंबुलेंस के लिए ज्यादा पैसे लेने की शिकायत कर सकेंगे।
नहीं हो रहा सामुदायिक संक्रमण
टोपे ने कहा कि राज्य में कम्युनिटी स्प्रेड नहीं हुआ है। अभी कोरोना के मरीजों के संपर्क में आए लोग और संस्थात्मक क्वारेंटीन से ही नए मरीज मिल रहे हैं। सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि राज्य में कोरोना का सामुदायिक संक्रमण न हो। टोपे ने कहा कि अनलॉक होने के कारण कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ेगी। लेकिन हमेशा के लिए आर्थिक गतिविधियों बंद नहीं की जा सकती। इसलिए स्थानीय स्तर पर विशिष्ट जगहों के लिए लॉकडाउन का सख्ती से पालने करने के लिए आदेश जारी किया जा रहा है।
Created On :   2 July 2020 9:07 PM IST