- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- शिवसेना के साथ फिर से गठबंधन को...
शिवसेना के साथ फिर से गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीः फडणवीस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा और शिवसेना के साथ दोबारा गठबंधन की अटकलों पर विराम लगा दिया है। मनी लांड्रिंग मामले में फंसे शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोबारा हाथ मिलाने को लेकर कयास लगा जा रहे थे। इस पर मंगलवार को फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि भाजपा और शिवसेना के बीच दोबारा गठजोड़ को लेकर कोई चर्चा नहीं है। हालांकि फडणवीस ने दावा किया है कि महाविकास आघाड़ी सरकार अपने बोझ तले गिर जाएगी। मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गिराने का प्रयास नहीं करेगी लेकिन सरकार अपने बोझ तले गिर जाएगी। जिस दिन सरकार गिरेगी उस दिन भाजपा विकल्प देगी। फडणवीस ने कहा कि दोनों दलों के नेताओं के बीच गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं है। केवल मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही हैं जिसमें कोई तथ्य नहीं है। फडणवीस ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने के लिए कभी कोशिश ही नहीं की। हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। फडणवीस ने कहा कि सरनाईक को मुख्यमंत्री को लिखा पत्र शिवसेना का अंतर्गत मामला है।
शराब बेचने का नया लाइसेंस देने की तैयारी में सरकार- फडणवीस
फडणवीस ने कहा कि महाविकास आघाड़ी की सरकार राज्य में मंदिर के बजाय मदिरालय को प्राथमिकता दे रही है। फडणवीस ने कहा कि सरकार हवाई अड्डे, मेट्रो और रेलवे स्टेशनों पर शराब बिक्री के नए लाइसेंस देने की तैयारी में है। इस संबंध में फाइल वित्त विभाग के पास पहुंच गई है। जबकि महाराष्ट्र विधानसभा ने 70 के दशक में शराब बेचने के नए लाइसेंस नहीं देने का प्रस्ताव मंजूर किया था। किसी भी सरकार ने उस फैसले को नहीं बदला था पर अब सरकार मौजूदा लाइसेंस को विभाजित करके अलग-अलग नाम पर लाइसेंस देने की तैयारी में जुटी है। फडणवीस ने कहा कि सरकार ने चंद्रपुर में शराब बंदी पर लगी रोक को हटा दिया है। अब सरकार का गडचिरोली में शराब बंदी हटाने का प्रयास है। इससे नक्सलियों को खुली छूट मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मसले पर सरकार का विरोध करेगी।
सत्ता परिवर्तन की उम्मीद करने वाले राजनीति का कच्चा नींबूः शिवसेना
प्रदेश में सत्तारूढ़ शिवसेना ने भी पार्टी विधायक प्रताप सरनाईक के पत्र के बाद प्रदेश में राजनीतिक परिवर्तन की सुगबुगाहट से इनकार कर दिया है। शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना में छपी संपादकीय में कहा है कि कुछ लोगों को लगता है कि सरनाईक के पत्र से सत्ता परिवर्तन होगा तो उन तमाम लोगों को राजनीति का कच्चा नींबू ही कहना होगा। शिवसेना ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति अब एक अलग स्वाभिमान के मोड़ पर पहुंच गई है। सत्ताधारी तीनों दल एक-दूसरे के मान-सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। सरनाईक ने अपने पत्र में जिन मुद्दों को शामिल किया है वह उनकी निजी राय हो सकती है। उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा बेवजह परेशान किया जा रहा है। उनके इस पत्र में बेवजह परेशानी शब्द और उसके पीछे छिपी भावना ही महत्वपूर्ण है।
Created On :   22 Jun 2021 8:46 PM IST